नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी स्थापना दिवस का जश्न जोर-शोर से मनाने की तैयारी कर रही है। 6 अप्रैल को भाजपा अपना 45वां स्थापना दिवस मनाएगी। इसके लिए देशभर में खास तैयारियां की गई हैं। इस मौके पर पार्टी ‘फिर एक बार, मोदी सरकार’ के नारे के साथ देश भर के […]
नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी स्थापना दिवस का जश्न जोर-शोर से मनाने की तैयारी कर रही है। 6 अप्रैल को भाजपा अपना 45वां स्थापना दिवस मनाएगी। इसके लिए देशभर में खास तैयारियां की गई हैं। इस मौके पर पार्टी ‘फिर एक बार, मोदी सरकार’ के नारे के साथ देश भर के 10 लाख से ज्यादा बूथों पर खास कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है।
इसके अलावा पार्टी बूथ स्तर पर आयोजित इन कार्यक्रमों के जरिए लोगों खासकर लाभार्थियों से संपर्क साध कर उन्हें मोदी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताएगी। इसके साथ ही पार्टी 6 अप्रैल यानी शनिवार को देशभर में बूथ स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक विपक्षी दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल करा कर एक नया रिकॉर्ड बनाने की भी तैयारी कर रही है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुसार भाजपा ने इस बार अकेले 370 और एनडीए गठबंधन के साथ 400 पार जाने का लक्ष्य तय किया है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पार्टी ने देश भर के प्रत्येक बूथ पर पिछले चुनाव के मुकाबले 370 वोट ज्यादा बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। यही वजह है कि पार्टी ने अपने स्थापना दिवस के अवसर पर 6 अप्रैल को देश के सभी राज्यों में प्रदेश, लोकसभा, जिला, विधानसभा, मंडल और बूथ स्तर तक जाकर मतदाताओं के साथ-साथ पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को भी उत्साहित करने के लिए खास योजना बनाई है।
उन्होंने बताया कि हर बूथ पर प्रवासी कार्यकर्ता पहुंचकर पार्टी के गौरवशाली अतीत, विस्तार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार द्वारा किए गए देश व प्रदेश के विकास और गरीब कल्याण की योजनाओं के बारे में जानाकारी देंगे। इस दौरान पार्टी पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता प्रदेश के प्रत्येक बूथ पर 370 वोट बढ़ाने और बूथ विजय पर बातचीत करेंगे। बता दें कि इसके पहले ही वीडी शर्मा घोषणा कर चुके हैं की 6 अप्रैल को 1 लाख लोग बीजेपी में शामिल होंगे।
बता दें कि भाजपा की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को नई दिल्ली के कोटला मैदान में आयोजित एक कार्यकर्ता अधिवेशन में हुई थी और अटल बिहारी वाजपेयी इसके पहले अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। हालांकि यह भी एक तथ्य है कि भाजपा का गठन भले ही वर्ष 1980 में हुआ हो, लेकिन इसका इतिहास भारतीय जनसंघ से जुड़ा हुआ है। बता दें कि भारतीय जनसंघ की स्थापना डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की अध्यक्षता में 1951 में हुई थी।