BJP Congress on Rafale Review Verdict, BJP Congress ke bich Rafale per fir chidi jung: राफेल समीक्षा फैसले को लेकर बीजेपी-कांग्रेस के बीच नए सिरे से जंग छिड़ गई है. भाजपा नेताओं ने कांग्रेस और उसके पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से खरीद में गलत काम करने का आरोप लगाते हुए माफी की मांग की. राहुल गांधी ने सौदे की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति जेपीसी के गठन की अपनी मांग दोहराई. सुप्रीम कोर्ट के कल इस मामले में याचिकाओं को खारिज करने के बाद दोबारा दोनों पार्टियों में इसे लेकर जंग छिड़ी है.
नई दिल्ली. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट की 59,000 करोड़ रुपये के राफेल जेट लड़ाकू सौदे की अदालती निगरानी वाली जांच से इनकार करने के अपने दिसंबर 2018 के फैसले की समीक्षा करने की याचिका की मांग को खारिज करने के बाद फिर बहस शुरू कर दी है. भाजपा नेताओं ने खरीद में गड़बड़ी के आरोप में कांग्रेस और उसके पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी की मांग की. राहुल गांधी ने सौदे की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति जेपीसी के गठन की अपनी मांग दोहराई. राहुल गांधी ने फ्रांस के डसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित राफेल फाइटर जेट्स की खरीद में कथित रूप से गड़बड़ी की बात कही, जो कि अप्रैल-मई के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के मुद्दों में से एक था, जिसमें भाजपा ने एक बड़े संसदीय बहुमत के साथ बैक-टू-बैक जनादेश हासिल किया था.
भाजपा अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने फिर से, नरेंद्र मोदी सरकार की साख को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की पुष्टि की. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मोदी सरकार के फैसले को सच्चाई की जीत, भारत की सुरक्षा और ईमानदार निर्णय लेने की प्रक्रिया की मान्यता कहा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट कर कहा कि भाजपा फैसले से विमुख है. उन्होंने कहा, राफेल जेट की खरीद पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से की गई थी, भारत की रक्षा तैयारियों को अद्यतन करने और उन्नत करने की तात्कालिकता को ध्यान में रखते हुए. कुछ राजनीतिक दलों और उनके नेताओं द्वारा लगाए गए आरोप बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, अनुचित और दुर्भावनापूर्ण इरादे से चलाए गए थे. राहुल गांधी ने मामले पर न्यायमूर्ति केएम जोसेफ के अलग-अलग फैसले के समापन पैराग्राफ की एक तस्वीर ट्वीट की और कहा कि इसने आगे की जांच के लिए एक रास्ता खोल दिया है.
उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जोसेफ ने राफेल घोटाले की जांच का एक बड़ा दरवाजा खोल दिया है. एक जांच अब पूरी गंभीरता से शुरू होनी चाहिए. इस घोटाले की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन भी किया जाना चाहिए. न्यायमूर्ति जोसेफ ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो, अगर यह चाहे तो राफेल मामले में शिकायत की जांच के लिए सरकार से अनुमति ले सकता है, जिसकी व्याख्या कुछ ने की थी, जिसमें न्यायाधीश ने एजेंसी द्वारा जांच की संभावना जताई थी. कुछ अन्य लोगों ने कहा कि न्यायाधीश केवल कानून के सिद्धांतों का पालन कर रहे थे.
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