भगोड़े कारोबारी विजय माल्या के एक बयान के बाद देश में बवाल मच गया. विजय माल्या ने बुधवार को लंदन कोर्ट के बाहर यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि देश छोड़ने से पहले वह वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिले थे. गुरुवार को इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर हमला बोला.
नई दिल्लीः भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच वार-पलटवार का खेल जारी है. विजय माल्या ने बुधवार को यह कहकर सनसनी मचा दी कि देश छोड़ने से पहले उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी. इसके बाद कांग्रेस ने इस मौके को हाथ से जाने नहीं दिया और सीधे वित्त मंत्री से सफाई मांगी. कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि एक बार पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने मीडिया से कहा था हम लोगों को किगफिशर को मुश्किलों से निकालना होगा. गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधते हुए कहा कि लंबे-लंबे ब्लॉग लिखने वाले अब झूठ बोल रहे हैं.
राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत और पीएल पुनिया भी साथ थे. पुनिया को इसलिए भी साथ रखा गया कि ताकि वह अपने उस दावे को मीडिया के सामने रख सकें, जिसमें उन्होंने विजय माल्या के देश छोड़ने से पहले और संसद में माल्या और अरुण जेटली के बीच मुलाकात होने का दावा किया था.
पीएल पुनिया ने दावा किया कि माल्या के देश छोड़ने से पहले संसद परिसर में अरुण जेटली ने विशेषाधिकार का दुरुपयोग करते हुए उनसे करीब 15 मिनट तक बातचीत की थी. पुनिया ने कहा कि संसद भवन में लगे सीसीटीवी चेक करके उनके दावे को पुख्ता किया जा सकता है. पुनिया ने आगे कहा कि अगर उनकी बात जरा भी गलत साबित होती है तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे.
नीचे पढ़ें, विजय माल्या को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच वार-पलटवार Highlights: