नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के लिए पीएम मोदी पर दिया गया विवादित बयान मुसीबत बन गया है. इस विवादित बयान को लेकर भाजपा भड़की हुई है जहां खरगे के खिलाफ FIR दर्ज़ करने की मांग की जा रही है. इसी बीच भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के दरवाजे तक पहुंचा और इस […]
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के लिए पीएम मोदी पर दिया गया विवादित बयान मुसीबत बन गया है. इस विवादित बयान को लेकर भाजपा भड़की हुई है जहां खरगे के खिलाफ FIR दर्ज़ करने की मांग की जा रही है. इसी बीच भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के दरवाजे तक पहुंचा और इस मामले में EC से मुलाकात की.
शुक्रवार को बीजेपी के चार सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने खरगे के विरोध में चुनाव आयोग से मुलाकात की. इस प्रतिनिधिमंडल ने खरगे के खिलाफ FIR दर्ज़ करने की मांग की है. साथ ही भाजपा नेताओं की मांग है कि कांग्रेस अध्यक्ष को कर्नाटक चुनाव प्रचार करने से रोका जाए. इस प्रतिनिधिमंडल में भूपेंद्र यादव, तरुण चुग, अनिल बलूनी और ओम पाठक शामिल रहे.
शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा लोकतंत्र की मर्यादा को तोड़ने का काम किया है, देश में नकारात्मक राजनीति करने का काम किया है। PM मोदी के बारे जो वाक्य कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बोले वे जानबूझ कर बोले हैं। वे कांग्रेस की गहरी घृणा की राजनीति का हिस्सा है। हमने चुनाव आयोग के सामने ज्ञापन दिया है और हम चाहते हैं कि चुनाव आयोग मामले में संज्ञान ले.
गौरतलब है कि, कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होगा. राज्य की सभी 224 विधानसभा सीटों पर एक ही दिन वोट डाले जाएंगे. इसके बाद 13 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे. 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 104 सीटें जीती थी. वहीं कांग्रेस के खाते में 80 सीटे आई थी. जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी. चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन 13 महीने में ही कुछ विधायकों के बागी होने के बाद सरकार गिर गई. जिसके बाद बागियों की मदद से बीजेपी ने राज्य में अपनी सरकार बनाई.
Delhi: खेल के लिए ठीक नहीं है पहलवानों का विरोध- IOA की अध्यक्ष पीटी उषा
पहलवानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा