नई दिल्ली। गुजरात मे आज दूसरे चरण का मतदान है। इस चरण में कुल 93 सीटों पर मतदान होगा, लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी की मौजूदगी पिछले चुनाव की अपेक्षा समीकरणों में बदलाव कर सकती है। वहीं इस चरण में असदउद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी चार सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं ऐसे […]
नई दिल्ली। गुजरात मे आज दूसरे चरण का मतदान है। इस चरण में कुल 93 सीटों पर मतदान होगा, लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी की मौजूदगी पिछले चुनाव की अपेक्षा समीकरणों में बदलाव कर सकती है। वहीं इस चरण में असदउद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी चार सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं ऐसे मे इस दिलचस्प मुकाबले में ज़्यादा चुनौती कांग्रेस के लिए होगी।
पिछले चुनाव में कांग्रेस ने उत्तर गुजरात मे अपनी पकड़ बनाकर भाजपा को कड़ी चुनौती दी थी। राजस्थान की सीमा से जुड़े इस इलाके में जहां अशोक गहलोत अपनी छाप छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इस चुनाव में भी कांग्रेस के सामने अपनी जीत को बढ़त को बरकरार रखने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
हम आपको बता दें कि, यदि इस बार भी भाजपा गुजरात विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर लेती है तो लगातार सात विधानसभा चुनाव जीतने का रिकार्ड बनाते हुए भाजपा लेफेट के उस रिकॉर्ड की बराबरी कर लेगी जो उसने बंगाल मे लगातार 34 सालों तक राज करके बनाया था। गौरतलब है कि, पाटीदार नेताओं के भाजपा में शामिल हो जाने से इस चुनाव को जीतने का रास्ता लगभग साफ हो चुका है लेकिन अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की मौजूदगी को लेकर भी चिंता जताई जा रही है कि, कहीं कोई बड़ा उलटफेर देखने को न मिल जाए।
उत्तर और मध्य गुजरात की 93 सीटों पर होने जा रहे इस मतदान मे 74 सामान्य तो छह अनुसूचित जाति 13 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं, लेकिन द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाने के बाद भाजपा को उम्मीद है कि, वह आदिवासी समाज में अपनी पकड़ को मजबूत कर पाएगी, ग्रामीण स्थानों मे कांग्रेस की पकड़ को कमजोर करने के लिए भाजपा अथक प्रयास कर रही है।