नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपना 74वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनके जन्मदिन को बीजेपी कार्यकर्ता उत्सव की तरह मना रहे। भारत के प्रधानमंत्री का जीवन आम जन मानस के लिए प्रेरणास्त्रोत है। जिसका जीवन बचपन से ही संघर्षों से भरा रहा वो व्यक्ति आगे चलकर 3 बार भारत का प्रधानमंत्री और […]
नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपना 74वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनके जन्मदिन को बीजेपी कार्यकर्ता उत्सव की तरह मना रहे। भारत के प्रधानमंत्री का जीवन आम जन मानस के लिए प्रेरणास्त्रोत है। जिसका जीवन बचपन से ही संघर्षों से भरा रहा वो व्यक्ति आगे चलकर 3 बार भारत का प्रधानमंत्री और 4 बार गुजरात का सीएम रहा। आज उनके जन्मदिवस के मौके पर पढ़ेंगे उनसे जुड़ी हुई खास बातें। आखिर कैसे एक चाय बेचने वाला नरेंद्र आगे चलकर The Narendra Modi बना…
पीएम मोदी जब पहली बार गुजरात के सीएम बने उसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वर्ष 1958 में पहली बार आरएसएस से जुड़े। जब लक्ष्मण राव इनामदार ने इन्हें बाल स्वयंसेवक की शपथ दिलाई। कहा जाता है कि प्रधानमंत्री को स्कूटर नहीं चलाने आता था तो वो गुजरात के पूर्व सीएम शंकर सिंह वाघेला के साथ घुमा करते थे। साल 1985 में ये बीजेपी में एंट्री करते हैं। लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में इन्होंने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। इसके बाद से पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता बनकर हर काम जिम्मेदारी के साथ करते गए। 1988-89 में इन्हें गुजरात बीजेपी का महासचिव बनाया गया। इसके बाद 1995 में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बने।
साल 2001 में गुजरात में भूकंप आया, जिससे तबाही मच गई। तत्कालीन प्रधानमंत्री केशु भाई पटेल ने पद से इस्तीफा दे दिया। तब प्रधानमंत्री मोदी को केंद्र से गुजरात भेजा गया। पहली बार गुजरात के सीएम बने। अपने काम से नरेंद्र मोदी ने गुजरात के जनता का दिल जीत लिया। गुजरात मॉडल की चर्चा न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी होने लगी। मोदी 2001 से 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे।
साल 2014 का दौर आया जब भारत में सत्ता की चाबी नरेंद्र मोदी के हाथों में सौंपी गई। लोकसभा चुनाव 2014 में नरेंद्र मोदी NDA का चेहरा बने। जनता ने भारी बहुमत से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठाया। 2019 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी एक बार फिर से प्रचंड बहुमत के साथ भारत के प्रधानमंत्री बने। 2024 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन की सरकार में वो तीसरी बार प्रधानमंत्री पद पर काबिज हुए।