Punjab Election पंजाब. Punjab Election पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवारों ने नामांकन करना शुरू कर दिया। नामांकन के बाद नेता एक दूसरे पर जमकर बरस रहे हैं. इसी कड़ी में आज पंजाब के शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया (Bikram Singh Majithia) ने अमृतसर पूर्व […]
पंजाब. Punjab Election पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवारों ने नामांकन करना शुरू कर दिया। नामांकन के बाद नेता एक दूसरे पर जमकर बरस रहे हैं. इसी कड़ी में आज पंजाब के शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया (Bikram Singh Majithia) ने अमृतसर पूर्व से अपना नामांकन पत्र जमा किया। वहीँ नामांकन पत्र जमा करने के बाद शिरोमणि अकाली दल के नेता अपने विरोधी नवजोत सिंह सिद्धू पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि जो लोग अपनी मां का नहीं हो सका वो जनता का क्या होगा.
Shiromani Akali Dal leader and candidate from Amritsar East, Bikram Singh Majithia filed his nomination today for the #PunjabElections2022 pic.twitter.com/HtipB3462n
— ANI (@ANI) January 28, 2022
बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू के रहते हुए अमृतसर पूर्व का विकास नहीं हो सकता, यदि चन्नी उन्हें पंजाब का मुख्यमंत्री नहीं बनाते है तो हो सकता है कि नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान मुस्लिम लीग का मुखिया बनने के लिए पाकिस्तान चले जाए. उन्होंने कहा कि लोग सिद्धू को जानने लगे है और उनसे परेशान है. वहीँ पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें बढ़ गई है क्योकि उनकी अमेरिका में रहने वाली बहन ने उनपर गंभीर आरोप लगाए है.
There's no development here (Amritsar East). If CM Channi won't make him (Sidhu) the CM, he can even go to Pak to become head of Pakistan Muslim League. People are exposing his models. If he can't be of his own mother how will he be yours(public): SAD leader Bikram Singh Majithia pic.twitter.com/JVBiksaC7O
— ANI (@ANI) January 28, 2022
उनकी बहन ने कहा कि उनके भाई नवजोत ने पिता की मृत्यु के बाद अपनी मां और बहनो को घर से निकाल दिया। नवजोत ने सभी को झूठ बोलै है कि वे 2 साल के बाद परिवार से अलग हो गए थे. नवजपोत सिंह सिद्धू की बहन,सुमन तूर ने कहा कि उनकी मां ने लावारिस हालत में दिल्ली रेलवे स्टेशन पर दम तोड़ा था. जब माँ की मृत्यु के बाद वे नवजोत के पास मिलने गई थी, तो उन्होंने दरवाजा नहीं खोला और मुझे पहचानने से इंकार कर दिया।