बिहार: बीजेपी अध्यक्ष समेत इन नेताओं की Y श्रेणी सुरक्षा होगी वापस, केंद्र सरकार ने लिया फैसला

बिहार: पटना। केन्द्र सरकार की ओर से सेना में भर्ती को लेकर एक नई योजना लागू की गई है। योजना का नाम अग्निपथ है। जब इसे लागू किया गया था तब देशभर में अग्निपथ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। विरोध का सबसे बड़ा केन्द्र बिहार बना था। प्रदर्शन ने बड़ा उग्र रूप […]

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बिहार: बीजेपी अध्यक्ष समेत इन नेताओं की Y श्रेणी सुरक्षा होगी वापस, केंद्र सरकार ने लिया फैसला

Vaibhav Mishra

  • September 11, 2022 2:04 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

बिहार:

पटना। केन्द्र सरकार की ओर से सेना में भर्ती को लेकर एक नई योजना लागू की गई है। योजना का नाम अग्निपथ है। जब इसे लागू किया गया था तब देशभर में अग्निपथ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। विरोध का सबसे बड़ा केन्द्र बिहार बना था। प्रदर्शन ने बड़ा उग्र रूप धारण कर लिया था। बीजेपी नेताओं को जान से मारने की धमकी मिलने लगी थी।

प्रदर्शन के दौरान मिली थी सुरक्षा

जान से मारने की धमकी और विरोध की भयावहता को देखते हुए केन्द्र सरकार ने बिहार के 10 नेताओं को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की थी। जिसे सरकार ने अब वापस लेने का फैसला लिया है। बिहार के जिन नेताओं की वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस ली गई है, उसमें बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल का नाम भी शामिल है।

इन नेताओं की हटेगी सिक्योरिटी

सूत्रों की माने तो बिहार बीजेपी के अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी, अररिया के सांसद प्रदीप सिंह, दरभंगा के सांसद गोपालजी ठाकुर, किशनगंज के एमएलसी दिलीप जयसवाल की वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस हुई है। साथ ही कटिहार से एमएलसी अशोक अग्रवाल, विस्फी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल, दीघा विधायक संजीव कुमार चौरसिया एवं दगभंगा के विधायक संजय सरावगी की सुरक्षा भी केन्द्र सरकार ने वापस ले ली है।

जान से मारने की मिली थी धमकी

बता दें कि बिहार मे अग्निपथ योजना के विरोध में हुए आंदोलन ने बीजेपी कार्यालय और पार्टी नेताओं के घर को निशाना बनाया था। कई नेताओं को जान से मारने की धमकी भी मिली थी। बिगड़ते हालात और खुफिया रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार ने 10 नेताओं को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का निर्णय लिया।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दी थी सुरक्षा

गौरतलब है कि वाई श्रेणी सुरक्षा में केंद्रीय बलों के दो से तीन कमांडो तैनात किए जाते हैं। ये कमांडो सीआरपीएफ की वीआईपी सिक्योरिटी यूनिट के होते हैं। गृह मंत्रालय ने 18 जून 2022 को ही बिहार के इन 10 नेताओं को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने की घोषणा की थी। गृह मंत्रालय की ओर से उसी दिन सीआरपीएफ को भी वीआईपी सिक्योरिटी यूनिट के कमांडों की तैनाती को लेकर भी निर्देश दिए गए थे। अब सरकार ने इन 10 नेताओं की वीआईपी सुरक्षा वापस लेने का फैसला किया है।

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