नई दिल्लीः आरजेडी विधायक फते बहादुर सिंह ने एक बार फिर विवादित टिप्पणी की है। इस बार उन्होंने मां सरस्वती को लेकर अपमानजनक बात कही है। उन्होंने कहा कि सरस्वती को ब्राह्मण ग्रंथों में ब्रह्मा की पुत्री बताया गया है और फिर ब्रह्मा ने उसी से शादी की। पूजा चरित्रवान की होनी चाहिए चरित्रहीनों की […]
नई दिल्लीः आरजेडी विधायक फते बहादुर सिंह ने एक बार फिर विवादित टिप्पणी की है। इस बार उन्होंने मां सरस्वती को लेकर अपमानजनक बात कही है। उन्होंने कहा कि सरस्वती को ब्राह्मण ग्रंथों में ब्रह्मा की पुत्री बताया गया है और फिर ब्रह्मा ने उसी से शादी की। पूजा चरित्रवान की होनी चाहिए चरित्रहीनों की नहीं। विधायक ने इस दौरान बीजेपी पर भी निशाना साधा।
मां दुर्गा पर टिप्पणी कर बिहार और देश में बवाल करा चुके राजद के डेहरी से विधायक फते बहादुर सिंह ने शुक्रवार को एक बार फिर मां सरस्वती को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में सरस्वती की जगह सावित्रीबाई फुले की तस्वीर लगनी चाहिए। प्रार्थना सावित्रीबाई की होनी चाहिए। भारत सरकार को भारत रत्न देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले थी और उनकी जयंती मनाई जानी चाहिए। महिला दिवस उनके नाम पर होना चाहिए। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को लेकर कहा कि उन्होंने ब्राह्मणों की अधीनता स्वीकार कर ली है। वे कहते हैं कि तीन प्रतिशत ब्राह्मण श्रेष्ठ हैं, थे और रहेंगे तो फिर बाकी 97 प्रतिशत तो शुद्र ही हैं न।
उन्होंने कहा कि पहले और आज की कांग्रेस में बदलाव आया है। आज का कांग्रेस समाजवादी विचारधारा को लेकर साथ चल रहा है। उनके साथ राजद के प्रखंड अध्यक्ष देवेंद्र सिंह, पूर्व मुखिया संतन सिंह, महावीर यादव एवं कई राजद नेता उपस्थित थे। बता दें कि वे 7 जनवरी को डेहरी में सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाने जा रहे हैं। इसके लिए वह लोगों को आमंत्रित करने आए थे।
ये भी पढ़ेः
PM Modi Ayodhya Visit: कल पीएम मोदी का अयोध्या दौरा, जानें पूरा कार्यक्रम
Nitish kumar: जेडीयू की कमान संभालते ही एक्शन में सीएम नीतीश, जाति जनगणना के लिए शुरु करेंगे जनजागरण