नई दिल्लीः इंडिया गठबंधन में एक और बड़ी दरार पड़ चुकी है। इसी सियासी उठा – पटक के बीच आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पूर्णिया पहुंच रहे हैं। कभी कांग्रेस के लिए उर्वरक रही सीमांचल की जमीन को फिर से सींचने की कवायद के बीच गठबंधन […]
नई दिल्लीः इंडिया गठबंधन में एक और बड़ी दरार पड़ चुकी है। इसी सियासी उठा – पटक के बीच आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पूर्णिया पहुंच रहे हैं। कभी कांग्रेस के लिए उर्वरक रही सीमांचल की जमीन को फिर से सींचने की कवायद के बीच गठबंधन में दरार हो चुकी है। फिर भी प्रदेश कांग्रेस इस कार्यक्रम को हर हाल में सफल बनाने की कोशिश में जुटा हैं।
बता दें कि जदयू के महागठबंधन में आने के बाद पहली रैली पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में ही हुई थी। इस मैदान में ही 30 जनवरी को राहुल गांधी चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। हालांकि महागठबंधन के बड़े नेताओं को लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं है। बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के अनुसार उन लोगों ने राजद नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भी निमंत्रण दिया है। उम्मीद है वे रैली वो हिस्सा लेंगे। दूसरी तरफ राजद के प्रदेश महासचिव अरुण यादव ने बताया कि पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को इस संबंध में अब तक कोई संदेश नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि न्योता नहीं मिलने के चलते रैली की तैयारी में राजद की भागीदारी नहीं है। अगर उनके नेता आएंगे तो न्योता जरूर आएगा। संदेश के मुताबिक काम किया जाएगा। फिलहाल पूर्व में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आने की सूचना भी कांग्रेस की ओर से ही आई थी। बाद में जदयू ने बुलावा नहीं मिलने की बात कही थी। बता दें कि फिलहाल सीमांचल में कांग्रेस के पांच विधायक व एक सांसद हैं। महागठबंधन सरकार में एक विधायक मंत्री भी थे। अब कांग्रेस सत्ता से बेदखल हो चुकी है। सीमांचल में अब भाजपा, जदयू व राजद के साथ-साथ एआईएमआईएम ने भी सेंधमारी की है।
ये भी पढ़ेः