नई दिल्लीः बिहार में राजनीतिक गहमागहमी पर अभी विराम नहीं लगी है। सूत्रों के मुताबिक जदयू और राजद दोनों में ही संकट की स्थिति है। हालांकि एक बात तो स्पष्ट है कि बिहार में सरकार फिलहाल स्थिर नहीं है। नीतीश, लालू-तेजस्वी का साथ छोड़कर एक बार फिर एनडीए में जाने वाले हैं। वहीं हर दल […]
नई दिल्लीः बिहार में राजनीतिक गहमागहमी पर अभी विराम नहीं लगी है। सूत्रों के मुताबिक जदयू और राजद दोनों में ही संकट की स्थिति है। हालांकि एक बात तो स्पष्ट है कि बिहार में सरकार फिलहाल स्थिर नहीं है। नीतीश, लालू-तेजस्वी का साथ छोड़कर एक बार फिर एनडीए में जाने वाले हैं। वहीं हर दल अपना कुनवा बचाने में जुट गया है। इसी बीच खबर जीतन राम मांझी ने भी अपने पत्ते खोल दिए हैं।
मांझी की पार्टी हम ने शनिवार यानी 27 जनवरी को विधायक दल की बैठक की। बैठक खत्म होने के बाद सामने आया कि वह एनडीए के साथ ही हैं। मांझी की ओर से दो टूक कहा गया है कि जहां पीएम मोदी, वहां हम है। मांझी के इस कथन से जहां तेजस्वी यादव को बड़ा झटका लगा है तो वहीं, राहुल गांधी के लिए भी अरमानों पर पानी फीड़ा है।
बिहार में सियासी रंग पल-पल बदल रहा है। इसी बीच सामने आया था कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के मुखिया जीतन राम मांझी से कांग्रेस नेता राहुल ने फोन मिलाया है। राहुल ने जीतन राम को इंडिया गठबंधन में आने का न्योता दिया था। सूत्रों की मानें तो भूपेश बघेल ने भी मांझी से मुलाकात करने के लिए समय मांगा है।
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