नई दिल्लीः बिहार में जारी सियासी उठा-पटक के बीच शनिवार यानी 27 जनवरी को नीतीश कुमार इस्तीफे का ऐलान कर सकते हैं। वहीं रविवार को बीजेपी- जेडीयू सरकार का गठन हो सकता है। नीतीश कुमार आज राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात भी कर सकते हैं। हालांकि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने दावा कर […]
नई दिल्लीः बिहार में जारी सियासी उठा-पटक के बीच शनिवार यानी 27 जनवरी को नीतीश कुमार इस्तीफे का ऐलान कर सकते हैं। वहीं रविवार को बीजेपी- जेडीयू सरकार का गठन हो सकता है। नीतीश कुमार आज राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात भी कर सकते हैं। हालांकि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने दावा कर दिया है कि उनके पास बहुमत का आंकड़ा है। वहीं तेजस्वी यादव ने इस बात को और आगे बढ़ाते हुए कहा था कि उनके लिए बीजेपी के साथ सरकार बनाना मुश्किल होगा।
राज्य में जारी सियासी घटनाक्रम के बीच भाजपा आलाकमान के भी कान खड़े हो गए हैं। खुद केंद्रीय गृह मंत्री बिहार भाजपा नेताओं से रिपोर्ट ले रहे हैं। उन्होंने राज्य के दिग्गज नेता सम्राट चौधरी, सुशील मोदी, रेणु देवी को दिल्ली तलब किया और बैठक की थी। हालांकि बैठक के सम्राट चौधरी ने कहा दिया था कि लोकसभा चुनाव को लेकर बातचीत हुई है। इस सब के बीच भाजपा विधायकों को पटना में ही रहने का निर्देश जारी कर दिया है। वहीं आज भाजपा नेताओं की बैठक भी पटना में होनी है।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही बिहार के पूर्व सीएम और हम प्रमुख जीतनराम मांझी ने दावा किया था कि बिहार में 25 जनवरी के बाद बहुत बड़ा खेला होने वाला है। उन्होंने एक्स पर लिखा था कि खेला होबे। वहीं कांग्रेस भी बिहार के राजनीतिक हालात पर नजर बनाए हुए है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि हमारे अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नीतीश कुमार के बातचीत हो जानी चाहिए। उन्होंने नीतीश कुमार का नाम लिए बगैर कहा कि आपको संप्रदायिक ताकतों से लड़ना चाहिए बिना किसी के बयान पर ध्यान दिए हुए।
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