Bihar Opinion Poll Result: तीनों ओपिनियन पोलों के आंकलन बताते हैं कि बिहार में इस बार फिर नीतीश कुमार की सरकार बनने जा रही है लेकिन महागठबंधन बड़ी चुनौती पेश करेगी. बिहार चुनाव के लिए तीन चरणों में मतदान होगा। पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर, दूसरे चरण का मतदान 03 नवंबर और तीसरे व आखिरी चरण का मतदान 07 नवंबर को होगा। 10 नवंबर को नतीजे आएंगे.
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव का खुमार अपने चरम पर है. पहले चरण के मतदान में अब बस 6 दिन का समय बचा है. 28 अक्टूबर को पहले चरण की वोटिंग से पहले सभी राजनीतिक दलों के पास ये आखिरी हफ्ता है लिहाजा हर पार्टी ने पूरी ताकत और दमखम बिहार में लगा दिया है. इस बार के चुनाव में बिहार की जनता का मूड क्या है और जनता किसे पसंद और ना पसंद कर रही है इसे भापने के लिए सर्वे एजेंसियों के साथ मिलकर विभिन्न न्यूज चैनल्स ओपिनियन पोल लेकर आ रहे हैं. अब तक के तीन टीवी चैनलों-एजेंसियों के ओपिनियन पोल सार्वजनिक हो चुके हैं और सभी के ओपीनियन पोल में इस बार भी एनडीए की सरकार बनती दिख रही है लेकिन मुकाबला काफी टक्कर वाला भी दिख रहा है. सीएसडीएस-लोकनीति और आजतक न्यूज चैनल ओपिनियन पोल, टाइम्स नाउ-सी वोटर बिहार ओपिनियन पोल और एबीपी न्यूज-सी वोटर ओपिनियन पोल में बिहार में सरकार एनडीए की ही बनती दिख रही है. क्या कहते हैं तीनों पोल के आंकड़े चलिए जानते हैं.
आजतक-सीएसडीएस ओपिनियन पोल:
सीएसडीएस-लोकनीति-आजतक के ओपिनियन पोल के मुताबिक बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को 133 से लेकर 143 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं, राष्ट्रीय जनता दल यानी आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन को 88-98 सीटें मिल सकती हैं. वहीं दूसरी तरफ चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) महज 2-6 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है. ओपीनियन पोल अन्य के खाते में 6-10 सीटें दे रहा है.
सीएसडीएस-लोकनीति-आजतक के ओपिनियन पोल के मुताबिक बिहार का मुख्यमंत्री किसे होना चाहिए सवाल पर नीतीश कुमार अब भी लोगों की पहली पसंद हैं, हालांकि उनकी लोकप्रियता घटी है और तेजस्वी की बढ़ी है. मुख्यमंत्री के लिए नीतीश कुमार को 31 फीसदी लोग सबसे बेहतर मानते हैं, वहीं, 27 फीसदी लोग तेजस्वी यादव को सीएम देखना चाहते हैं. दोनों के बीच अंतर बहुत ज्यादा नहीं है.
आजतक और सीएसडीएस के ओपिनियन पोल कहता है कि बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन को 38 फीसदी वोट मिल सकते हैं, वहीं तेजस्वी यादव के महागठबंधन को 32 फीसदी वोट मिलने की संभावना है. लोजपा को 6 फीसदी वोट मिल सकते हैं.
टाइम्स नाउ और सी वोटर का ओपनियन पोल:
टाइम्स नाउ और सी वोटर के ओपिनियन पोल का आंकड़ा भी मिलता जुलता है. टाइम्स नाउ और सी वोटर के मुताबिक बिहार की कुल 243 विधानसभा सीटों में 160 सीटों पर एनडीए को जीत मिलती दिख रही है वहीं महागठबंधन को 76 सीटें मिल सकती हैं. इस पोल में जहां अन्य को 7 सीटें दी गई हैं, वहीं लोजपा को पांच सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है.
अगर पार्टी वाइज सीटों की बात करें तो टाइम्स नाउ और सी वोटर के ओपिनियन पोल में एनडीए के 160 सीटों में बीजेपी के खाते में 85, जदयू को 70 और हम-वीआईपी को 5 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं महागठबंधन में राजद को 56 सीटें, कांग्रेस को 15 और लेफ्ट को 5 सीटें मिल सकती हैं.
टाइम्स नाउ के पोल में मुख्यमंत्री के रूप में पहली पसंद के तौर पर 32 फीसदी लोगों ने नीतीश कुमार के नाम चुना है, वहीं दूसरे नंबर पर 17.6 फीसदी लोगों ने तेजस्वी यादव को और 12.5 फीसदी लोगों ने सुशील मोदी का नाम लिया है.
एबीपी और सी वोटर ओपिनियन पोल:
एबीपी न्यूज और सी वोटर की में भी एनडीए की सत्ता में फिर से वापसी होती दिख रही है. एबीपी के पोल में आरजेडी के नेतृत्व वाला महागठबंधन पीछे नजर आया था. इस सर्वे में एनडीए को 141 से 161 सीटें सकती हैं और यूपीए को 64 से 84 सीटें मिल सकती हैं. बाकी दलों के खाते में 13 से 23 सीटें जाने का अनुमान था. यहां ध्यान देने वाली बात है कि एबीपी न्यूज का यह सर्वे सितंबर का है. एबीपीपी और सी वोटर ओपिनियन पोल में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले बिहार एनडीए को करीब 44.8 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं. राजद महागठबंधन को 33.4 फीसदी वोट मिल सकता है. इसके अलावा अन्य को 21.8 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है.
तीनों ओपीनियन पोल का निष्कर्ष
तीनों ओपिनियन पोलों के आंकलन बताते हैं कि बिहार में इस बार फिर नीतीश कुमार की सरकार बनने जा रही है लेकिन महागठबंधन बड़ी चुनौती पेश करेगी. बिहार चुनाव के लिए तीन चरणों में मतदान होगा। पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर, दूसरे चरण का मतदान 03 नवंबर और तीसरे व आखिरी चरण का मतदान 07 नवंबर को होगा। 10 नवंबर को नतीजे आएंगे.
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