नई दिल्लीः बिहार की राजनीति में लगी आग अभी शांत नहीं हुई हैं। एक तरफ सीएम नीतीश कुमार को विधानसभा में बहुमत साबित करना है तो दूसरी तरफ उनके दल के पांच विधायक पार्टी भोज से नदारद रहे। बता दें कि पटना में जदयू कोटे से मंत्री और सीएम नीतीश कुमार के करीबी श्रवण कुमार […]
नई दिल्लीः बिहार की राजनीति में लगी आग अभी शांत नहीं हुई हैं। एक तरफ सीएम नीतीश कुमार को विधानसभा में बहुमत साबित करना है तो दूसरी तरफ उनके दल के पांच विधायक पार्टी भोज से नदारद रहे। बता दें कि पटना में जदयू कोटे से मंत्री और सीएम नीतीश कुमार के करीबी श्रवण कुमार के आवास पर सभी विधायकों को भोज को भोज दिया गया था। हालांकि पांच विधायकों को छोड़कर सभी ने भोज में हिस्सा लिया।
वहीं सीएम नीतीश कुमार भोज में शामिल जरूर हुए लेकिन पांच मिनट ही रुके। पत्रकार ने उनसे सवाल पूछने की कोशिश की लेकिन वह हंसते हुए निकल गए। राजनीतिक विशलेषक बता रहे हैं कि नीतीश कुमार छह विधायकों को भोज में नहीं आने की खबर से नाराज हैं। इन छह विधायकों में डॉ. संजीव, गूंजेश्वर शाह, बीमा भारती, शालिनी मिश्रा और सुदर्शन कुमार का नाम शामिल हैं। हालांकि जदयू सूत्रों की ओर से बताया गया है कि कुछ विधायक बीमार हैं और कुछ पारिवारिक कारण से नहीं आये।
बिहार में सभी सियासी दल किसी न किसी बहाने से अपने विधायकों को एकजुट करने की कोशिश में जुटे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी विधायकों को बोधगया भेज दिया है। बता दें कि गया में दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है। इसमें भाजपा विधायक शामिल हुए।
ये भी पढ़ेः