पटना: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन गुरुवार को आरक्षण संशोधन विधेयक 2023 सर्व सम्मति से पास हो गया. आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 75 फीसदी करने वाले इस बिल को राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने भी समर्थन दिया. इस बीच विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के […]
पटना: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन गुरुवार को आरक्षण संशोधन विधेयक 2023 सर्व सम्मति से पास हो गया. आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 75 फीसदी करने वाले इस बिल को राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने भी समर्थन दिया. इस बीच विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली है. आरक्षण विधेयक का विरोध कर रहे मांझी पर भड़के नीतीश ने कहा है कि ये मेरी मूर्खता से मुख्यमंत्री बने थे.
सदन में पूर्व सीएम जीतनराम मांझी पर भड़कते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि यह मेरी गलती थी कि मैंने इस व्यक्ति को मुख्यमंत्री बना दिया था. दो महीने में ही मेरी पार्टी के लोग कहने लगे कि इसमें कुछ गड़बड़ है हटाओ इसे. इसके बाद मैं फिर से राज्य का सीएम बन गया. वे कहते रहते हैं कि वह भी मुख्यमंत्री थे. अरे वह मेरी मूर्खता की वजह से मुख्यमंत्री बन गए थे.
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा में दिए सेक्स ज्ञान को लेकर काफी आलोचना का सामना कर रहे हैं. गुरुवार को जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई मुख्यमंत्री नीतीश के सेक्स वाले बयान को लेकर बीजेपी के विधायकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. भाजपा के विधायक मुख्यमंत्री नीतीश के इस्तीफे की मांग पर अड़े रहे. उन्होंने वेल में आकर खूब नारेबाजी भी की.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में दिए अपने बयान पर माफी मांग ली है. बुधवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे बयान से अगर किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं उसके लिए माफी मांगता हूं. मैं इसे लेकर खुद अपनी निंदा करता हूं और मैं शर्म कर रहा हूं. इसके साथ ही नीतीश ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए शिक्षा काफी जरूरी है. मेरा मकसद सिर्फ यह बताना था कि शिक्षा के बाद जनसंख्या वृद्धि में कितना परिवर्तन आ रहा है.