पटना। बिहार की महागठबंधन सरकार में कानून मंत्री कार्तिक कुमार का विभाग बदल दिया गया है. दरअसल, नीतीश सरकार में बने कानून मंत्री कार्तिक वारंट के विवादों में चल रहे थे। जिसके चलते उनका विभाग बदल दिया गया है। नीतीश कैबिनेट के कानून मंत्री कार्तिक कुमार को अब गन्ना उद्योग मंत्री बनाया गया. वहीं गन्ना […]
पटना। बिहार की महागठबंधन सरकार में कानून मंत्री कार्तिक कुमार का विभाग बदल दिया गया है. दरअसल, नीतीश सरकार में बने कानून मंत्री कार्तिक वारंट के विवादों में चल रहे थे। जिसके चलते उनका विभाग बदल दिया गया है। नीतीश कैबिनेट के कानून मंत्री कार्तिक कुमार को अब गन्ना उद्योग मंत्री बनाया गया. वहीं गन्ना उद्योग मंत्री शमीम अहमद को कानून मंत्री बनाया दिया गया है.
बता दें कि आरजेडी के विधान परिषद सदस्य कार्तिक कुमार पटना स्थानीय निकाय से 2022 में एमएलसी बने. कार्तिक मोकामा के रहने वाले है और वो शिक्षक भी रह चुके हैं। इस कारण उनके समर्थक उन्हे ‘कार्तिकेय मास्टर’ के नाम से भी बुलाते हैं। गौरतलब है कि कार्तिक के खिलाफ 4 आपराधिक मामले दर्ज हैं. 3 गंभीर धाराओं समेत 23 धाराओं में केस दर्ज है.
गौरतलब है कि नीतीश की अगुवाई में महागठबंधन सरकार में आरजेडी के कार्तिक कुमार सुर्खियों में उस वक्त आए जब वो कानून मंत्री बने और बनते ही उनके खिलाफ वारंट जारी हो गया था. जिस पर विपक्षी पार्टी बीजेपी ने जमकर निशाना साधा था. वारंट के आने के बाद सीएम नीतीश ने कहा था कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है तो वहीं आरजेडी ने भी सफाई दी थी. आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा था कि अपराध, भ्रष्टाचार के खिलाफ महागठबंधन सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है. न बेवजह किसी को फंसाया जाएगा और न किसी दोषी को बचाया जाएगा.
वहीं, आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा था कि मंत्री कार्तिकेय कुमार अगर दोषी पाए जाएंगे तो सरकार कार्रवाई करेगी. आरोप लगाने और साबित करने में अंतर होता है. उन्होंने आगे कहा कि कार्तिकेय कुमार पर अपहरण का केस है. वह कोर्ट में नहीं गए इसलिए वारंट जारी हुआ.
IND vs PAK: मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के आते ही टीम से बाहर हुआ ये बेहतरीन खिलाड़ी, करियर पर लगी तलवार