बिहार: पूर्व मंत्री पूर्णमासी राम जन सुराज में हुए शामिल, प्रशांत किशोर ने माला पहनाकर किया स्वागत

मुजफ्फरपुर/पटना: पांच बार के विधायक और कैबिनेट मंत्री रहे दिग्गज नेता पूर्णमासी राम जन सुराज में शामिल हो गए हैं. गुरुवार को पूर्णमासी ने जनु सुराज की सदस्यता ग्रहण की. जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया. बता दें कि पूर्णमासी राम की गिनती बिहार के दलितों और मुस्लिम […]

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बिहार: पूर्व मंत्री पूर्णमासी राम जन सुराज में हुए शामिल, प्रशांत किशोर ने माला पहनाकर किया स्वागत

Vaibhav Mishra

  • September 28, 2023 5:11 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

मुजफ्फरपुर/पटना: पांच बार के विधायक और कैबिनेट मंत्री रहे दिग्गज नेता पूर्णमासी राम जन सुराज में शामिल हो गए हैं. गुरुवार को पूर्णमासी ने जनु सुराज की सदस्यता ग्रहण की. जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया. बता दें कि पूर्णमासी राम की गिनती बिहार के दलितों और मुस्लिम समुदाय के लोगों के हक में आवाज बुलंद करने वाले बड़े नेताओं में होती है.

लगातार पांच बार रहे विधायक

पूर्णमासी राम बिहार की राजनीति में किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. वे साल 1990 से लगातार पांच बार बगहा विधानसभा सीट से विधायक चुने गए. पूर्णमासी राष्ट्रीय जनता दल की सरकार में राज्य और कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. इसके साथ ही वे 2009 में गोपालगंज लोकसभा सीट से जनता दल (यूनाइटेड) के टिकट पर सांसद भी चुने गए थे. पूर्णमासी राम के साथ सैकड़ों जनप्रतिनिधियों ने भी जन सुराज की सदस्यता हासिल की है. छपरा के मीनापुर प्रखंड के आरके हाई स्कूल में आयोजित सदस्यता अभियान कार्यक्रम में इन सभी ने जन सुराज का दामन थामा. इस दौरान पूर्णमासी राम ने कहा कि मैं बिहार को लेकर प्रशांत किशोर जी की सोच से काफी प्रभावित हूं. इसलिए मैं संगठन की मजबूती के लिए जन सुराज अभियान में शामिल हुआ हूं.

पूर्णमासी का राजनीतिक सफर

पूर्णमासी राम के राजनीतिक सफर की बात करें तो वो गोपालगंज की बगहा विधानसभा सीट से साल 1990 से लगातार पांच बार विधायक चुने गए. 1990-1995 के दौरान अपने पहले कार्यकाल के दौरान वह राज्य मंत्री और फिर 1995 से 2005 और 2005 से 2009 तक वो कैबिनेट मंत्री रहे. इसके साथ ही पूर्णमासी राम अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कल्याण संबंधी समिति के अध्यक्ष भी रहे. इसके बाद साल 2009 में वह संसद सदस्य चुने गए.

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