पटना: रामचरितमानस पर विवादित बयान देकर राजनीति गर्म करने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का एक और वीडियो समाने आया है. इस वीडियो में वह खुद गुप्त एजेंडे का राज खोल रहे हैं. यह वीडियो पत्रकार प्रकाश कुमार ने अपने ट्विटर अकॉउंट पर शेयर किया है. इस वीडियो में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर खुद फ़ोन […]
पटना: रामचरितमानस पर विवादित बयान देकर राजनीति गर्म करने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का एक और वीडियो समाने आया है. इस वीडियो में वह खुद गुप्त एजेंडे का राज खोल रहे हैं. यह वीडियो पत्रकार प्रकाश कुमार ने अपने ट्विटर अकॉउंट पर शेयर किया है. इस वीडियो में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर खुद फ़ोन पर स्वामी प्रसाद मौर्य और राजेंद्र गौतम से भी इस संबंध में चर्चा होने की बात कह रहे हैं. जानकारी के अनुसार ये पूरा मामला दो दिन पुराना है.
शिक्षा मंत्री का "नफरत "फैलाने वाला ट्यूशन! RJD नेता उदय नारायण चौधरी का शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की बात चीत का एक ऑडियो समाने आया है.सुनिए चंद्रशेखर कैसे समर्थकों को बता रहे हैँ कि 'भगवान' का इस्तेमाल कैसे करना है…. pic.twitter.com/Z8TuuIWWSc
— Prakash Kumar (@kumarprakash4u) January 31, 2023
दरअसल ये वीडियो जमुई से लोकसभा चुनाव की तैयारी में हुए कार्यक्रम का है. जहां RJD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी की पार्टी के कुछ नेता साथ बैठे थे. इस दौरान पार्टी के लोगों ने ही आग्रह किया कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को फोन कर उन्हें इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया जाए. योजना थी शिक्षा मंत्री से मुफ्त में दान की गई जमीन पर स्कूल खोले जाने के संबंध में आग्रह किया जाएगा. इसके बाद मंत्रियों ने मिलकर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को फ़ोन मिलाया.
उदय नारायण चौधरी ने जब शिक्षा मंत्री को फ़ोन मिलाया तो वह अपना पूरा प्लान बताने लगे. रामचरितमानस को लेकर शिक्षा मंत्री बताने लगे कि लोगों के बीच किस मुद्दे को रखना है. वीडियो में उदय नारायण चौधरी फ़ोन पकड़े नज़र आ रहे हैं और फ़ोन पर दूसरी तरफ शिक्षा मंत्री हैं. फ़ोन इस दौरान स्पीकर पर है जहां शिक्षा मंत्री कहते हैं कि ‘बात इस तरह से रखनी है जिससे हिंदू लोग नाराज न हों. भगवान को बचाकर चलना होगा… हिंदू समाज है. हार्ड लाइन लेने से लोग नाराज़ हो जाएंगे.
फोन पर चंद्रशेखर ने आगे कहा कि ‘आप लोग इस तरह से बातों को रखिए कि राम ने शबरी का बेर खाया, लेकिन शबरी के बेटे जीतन राम मांझी जब मंदिर गए तो उसे गंगाजल से धोया गया. धर्मचार्यों ने पुरोहितों का जीभ क्यों नहीं काटा? पुरी के मंदिर में रामनाथ कोविंद को क्यों नहीं घुसने दिया गया? आप हमें अछूत बनाकर रखना चाहते हो? हम से वोट लेना चाहते हो…इस तरह से बोलने पर हिन्दू नाराज़ नहीं होंगे.’ बता दें, कुछ दिनों पहले ही बिहार के शिक्षा मंत्री का रामचरितमानस पर विवादित बयान सामने आया था. उनके बयान के बाद जेडीयू की तरफ से और सीएम नीतीश कुमार की तरफ से भी बयान वापस लेने के लिए कहा गया लेकिन RJD अपने नेता के साथ बनी हुई है. ऐसे में ये तो साफ़ है कि इस विवाद को केवल बड़ा मुद्दा बनाने के लिए बढ़ाया जा रहा है.
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