नई दिल्ली : अभी तक महागठबंधन में सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है. राजद ने सिंबल बांटना शुरू कर दिया है. लेफ्ट पार्टी ने भी कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. कांग्रेस प्रत्याशी भी अपनी मांगों को लेकर मुखर हैं. राजद और कांग्रेस के बीच चुनावी केमिस्ट्री में खटास आने लगी […]
नई दिल्ली : अभी तक महागठबंधन में सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है. राजद ने सिंबल बांटना शुरू कर दिया है. लेफ्ट पार्टी ने भी कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. कांग्रेस प्रत्याशी भी अपनी मांगों को लेकर मुखर हैं. राजद और कांग्रेस के बीच चुनावी केमिस्ट्री में खटास आने लगी है.
ख़बरों के अनुसार राजद बिहार में कांग्रेस को छह से ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं है. कांग्रेस 12 सीटों की मांग कर रही है. जदयू सांसद बीमा भारती के राजद में शामिल होने के बाद कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने पूर्णिया सीट पर अपना दावा ठोक दिया है. ऐसे में डर है कि दोनों पार्टियों के बीच फ्रेंडली फाइट की नौबत न आ जाए.
इधर बीजेपी प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा सीटों के बंटवारे को लेकर महागठबंधन की आलोचना करते नज़र आये हैं. बता दें कि राकेश मिश्रा ने लोकसभा चुनाव से पहले ही महागठबंधन का नाम और काम साफ हो जाने का दावा करते हुए कहा कि महागठबंधन में सीटों को लेकर विवाद है. सही मायनों में कहें तो महागठबंधन में जंगलराज कायम है. राजद ने अपनी सीमा लांघ दी है. राजद जहां भी रहेगा, वहां जंगलराज रहेगा, फिर चाहे वो सरकार में रहे और महागठबंधन में हो. कांग्रेस तो बेचरा पार्टी बन गई है.
बीजेपी प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि राजद ने कांग्रेस से औरंगाबाद सीट भी जीत ली. इससे निखिल कुमार के समर्थक नाराज दिखें. अब वो राजद से मुकाबला करने को तैयार हैं. हालांकि निखिल कुमार के समर्थक किसी भी हालत में औरंगाबाद नहीं छोड़ पाएंगे. निखिल कुमार के समर्थक जहां अपनी पार्टी के शीर्ष नेताओं से नाखुश हैं, वहीं लालू प्रसाद के सामने नतमस्तक होकर याचक बन गए हैं. हालांकि औरंगाबाद की कांग्रेस कमेटी इस्तीफा देने के लिए तैयार है.
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