पटना। बिहार की सियासत में इस वक्त पक्ष-विपक्ष के बीच खूब बयानबाजी हो रही है। एक तरफ मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी ने साफ तौर पर कह दिया है कि अब नीतीश कुमार के लिए उनके दरवाजे बंद हैं, वहीं अब नीतीश कुमार ने पलटवार करते हुए कहा है कि उन्हें मर जाना मंजूर होगा, लेकिन […]
पटना। बिहार की सियासत में इस वक्त पक्ष-विपक्ष के बीच खूब बयानबाजी हो रही है। एक तरफ मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी ने साफ तौर पर कह दिया है कि अब नीतीश कुमार के लिए उनके दरवाजे बंद हैं, वहीं अब नीतीश कुमार ने पलटवार करते हुए कहा है कि उन्हें मर जाना मंजूर होगा, लेकिन भाजपा के साथ जाना नहीं। महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर आज पटना में मीडिया से बात करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि बापू तो सबको बचा रहे थे, सबको साथ लेकर चल रहे थे, इसलिए उनकी हत्या कर दी गई।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए आगे कहा कि बापू क्या चाहते थे, ये किसी को भी भूलना नहीं है। ये लोग (बीजेपी) जितना भी भूलवाना चाहें, झगड़ा करवाना चाहें, भूलना नहीं है। हमें तो मर जाना कबूल है, लेकिन उनके साथ जाना कबूल नहीं है।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमें चुनाव में अल्पसंख्यकों का भी वोट मिला, लेकिन भाजपा वाले सब भूल गए कि वोट कैसे मिला। इस बार तो ये हमें ही हराकर हमारा वोट लेकर जीत गए और अब बोल रहे हैं। हम तो अटल-आडवाणी के पक्ष में थे, अब ये लोग जो आए हैं सब कुछ बदल रहे हैं। नाम बदल रहे हैं।
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