Bihar CM Nitish Kumar Cabinet: एनडीए के सहयोगी जेडीयू की नरेंद्र मोदी कैबिनेट में अनदेखी के बाद जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बिहार में अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया. नीतीश मंत्रिमंडल में 8 नए मंत्रियों ने शपथ ली, लेकिन इसमें बीजेपी का एक भी मंत्री शामिल नहीं था. जेडीयू ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के केंद्र में एक मंत्री पद लेने के ऑफर को ठुकरा दिया था.
पटना. केंद्र में नरेंद्र मोदी कैबिनेट में अनदेखी के बाद जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया. नीतीश ने कैबिनेट में जेडीयू के आठ विधायकों- नरेंद्र नारायण यादव, श्याम रजक, अशोक चौधरी, बीमा भारती, संजय झा, रामसेवक सिंह, नीरज कुमार, लक्ष्मेश्वर राय को आज 11.30 बजे राज्यपाल लालजी टंडन ने मंत्री पद की शपथ दिलाई. बता दें कि नीतीश कुमार ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के केंद्र में जेडीयू से एक मंत्री बनाने के ऑफर को ठुकरा दिया था.
नीतीश कुमार के कैबिनेट विस्तार पर जेडीयू और बीजेपी के संबंधों में खटास आने की बात से नीतीश कुमार ने इनकार किया है. नीतीश ने कहा कैबिनेट विस्तार एक रूटीन काम है. बीजेपी के साथ कोई मुद्दा नहीं है. हमारे बीच सब सही है. बीजेपी की तरफ से उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी कैबिनेट विस्तार पर अपनी बात रखी है. सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश ने बीजेपी कोटे से बचे हुए मंत्री पद भरने के लिए उन्हें कहा था लेकिन बीजेपी ने भविष्य में ऐसा करने का फैसला किया है.
क्या बीजेपी से नाराज हैं नीतीश कुमार
लोकसभा चुनावों में नरेंद्र मोदी की प्रचंड बहुमत से सरकार में वापसी के बाद जेडीयू को उम्मीद थी कि उसे केंद्र सरकार में सम्मानजक प्रतिनिधित्व मिलेगा. बीजेपी ने 2019 लोकसभा चुनावों के परिणाम में अपने बूते बहुमत का आंकड़ा जुटा लिया. इसके बाद बीजेपी ने सभी सहयोगी दलों को केंद्र में एक मंत्री पद ऑफर किया था. जेडीयू अपने लिए 3 मंत्री पद चाह रही थी. ऐसे में बात बनी नहीं और जेडीयू ने सरकार को बाहर से समर्थन देने का फैसला किया है. जेडीयू सरकार में शामिल नहीं होगी. नीतीश कुमार के बाद जेडीयू नेता के सी त्यागी ने भी इसी बात को दोहराया है. त्यागी ने कहा कि जेडीयू भविष्य में भी बीजेपी सरकार में शामिल नहीं होगी.