नई दिल्लीः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 14 मार्च यानी गुरुवार को मंत्रीमंडल का विस्तार कर सकते हैं। राजद से गठबंधन खत्म करने के करने के बाद नीतीश कुमार फिर से एनडीए में शामिल हो गए थे और भाजपा के साथ सरकार बना ली थी। जिसके बाद उन्होंने 9वीं बार सीएम पद […]
नई दिल्लीः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 14 मार्च यानी गुरुवार को मंत्रीमंडल का विस्तार कर सकते हैं। राजद से गठबंधन खत्म करने के करने के बाद नीतीश कुमार फिर से एनडीए में शामिल हो गए थे और भाजपा के साथ सरकार बना ली थी। जिसके बाद उन्होंने 9वीं बार सीएम पद की शपथ ली थी। उनके साथ सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने उप मुख्यमंत्री पद का शपथ लिया था। वहीं विजय चौधरी और संतोष सुमन समेत पांच मंत्रियों ने भी शपथ लिए थे। अब बताया जा रहा है कि 14 मार्च को सीएम नीतीश कुमार कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं क्योंकि वो लंदन दौरे से वापस आ चुके है।
मंत्रिममंडल विस्तार के बारे में यह कहा जा रहा कि विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार किया जाएगा। वर्तमान में कई मंत्रियों के पास आधा-आधा दर्जन से अधिक विभागों का प्रभार है। काम की गति प्रभावित नहीं हो इस वजह से मंत्रियों का बोझ कम किया जाएगा। ऐसी खबर है कि जदयू कोटे से पुराने समीकरण के तहत ही प्राय: उन सभी मंत्रियों को शपथ दिलाया जा सकता है। जो महागठबंधन की सरकार में मंत्री थे। ऐसी चर्चा है कि कई मंत्रियों के विभाग में बदलाव किया जा सकता है। सबसे अधिक गमहा-गमही शिक्षा विभाग को लेकर है।
फिलहाल शिक्षा मंत्रालय का प्रभार विजय चौधरी के पास है। इसके अलावा उनके पास जल संसाधन व सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का भी प्रभार है। वहीं ग्रामीण विकास व ग्रामीण कार्य विभाग के लिए भी अलग-अलग मंत्री होंगे।