बिहार के नवादा में दलितों पर गोलियां चलाने का मामला सामने आया है. जिसके बाद जिले में तनाव का माहौल है. यादव परिवार ने तालाब के पास लगे पंप से पानी लेने से दलित परिवार को रोका और ये विवाद इतना बढ़ गया जिसमें यादव समुदाय के लोगों ने दलितों पर गोलियां चला दी जिसमें एक महिला की मौत हो गई.
पटना. बिहार के नवादा जिले में इस समय तनाव का माहौल है जिसकी वजह है यादव समुदाय द्वारा दलितों पर गोली चलाना. जी हां तालाब से पानी निकालने पर यादव परिवार के एक शख्स ने महिला को गोली मार दी और इस घटना में दो शख्स बुरी तरह घायल हो गए. फिलहाल गांव में तनाव का माहौल है. इस मामले में भीम आर्मी के नेता अमर आजाद भी पहुंचे जिनकी अगुवाई में दलित महिला के शव को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन किया.
नवादा के अकबरपुर थाना क्षेत्र के खैरा गांव में दलितों पर गोली चलाने का ये मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है. जहां भीम आर्मी के नेता अमर आजाद ने विवेक तिवारी हत्याकांड से इस मामले की तुलना की. साथ ही फायरिंग में मारे जाने वाली महिला के परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की मांग की. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस मामले की गंभीरता को देखते हुए नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के नेता जिन्हें दलितों का प्रमुख चेहरा माना जाता है श्याम रजक भी अस्पताल में दो अन्य घायलों से मुलाकात की.
ये है मामला
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार गुरुवार को जेडीयू पार्टी की और से दलित सम्मेलन आयोजित की थी. इस घटना के बाद कई दलितों ने इस सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया. वहीं इस घटना को लेकर जिले भर में कई प्रदर्शन जारी हैं जहां भीम आर्मी के सदस्यों ने मृतक की लाश को लेकर सड़क पर बैठ गए जिसके बाद कड़ी मशक्कत के बाद अंतिम संस्कार किया गया. नेटवर्क 18 की खबर के मुताबिक ये विवाद तब बड़ा जब महिला तालाब के पास पानी के पंप से खेत के लिए पानी ले रही थी. यादवों ने इसे अपना आधिपात्य वाला बताया और पानी लेने से मना किया. जिसके बाद ये विवाद बढ़ गया.
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