बिहार: 22 AK-47 ज़ब्ती मामले में 2 आरोपी दोषी करार, जमीन के अंदर, कुएं और नालों से बरामद हुए थे हथियार

पटना: बिहार के बहुचर्चित AK-47 राइफल रिकवरी मामले में मुंगेर की अदालत ने आज फैसला सुना दिया है. कोर्ट ने इस अपराध में 2 को दोषी करार दिया है. गौरतलब है कि AK-47 ज़ब्ती मामले में कुल 12 अपराधियों के खिलाफ मुकदमा चला था. इस मामले में जमीन के अंदर व कुएं और नाले से […]

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बिहार: 22 AK-47 ज़ब्ती मामले में 2 आरोपी दोषी करार, जमीन के अंदर, कुएं और नालों से बरामद हुए थे हथियार

Amisha Singh

  • May 18, 2022 5:16 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

पटना: बिहार के बहुचर्चित AK-47 राइफल रिकवरी मामले में मुंगेर की अदालत ने आज फैसला सुना दिया है. कोर्ट ने इस अपराध में 2 को दोषी करार दिया है. गौरतलब है कि AK-47 ज़ब्ती मामले में कुल 12 अपराधियों के खिलाफ मुकदमा चला था. इस मामले में जमीन के अंदर व कुएं और नाले से ताबड़तोड़ 22 AK-47 राइफलें बरामद की गई थीं. इससे सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में सनसनी फैल गई थी. इतना ही नहीं, AK-47 राइफल के पार्ट्स भी बरामद किए गए थे. इस ज़ब्ती से जांच एजेंसियों की भी नींद उड़ गई थी. इसी मामले में न्‍यायाधीश बिपिन बिहारी की अदालत ने आज फैसला सुनाया है.

AK-47 ज़ब्ती मामले में जज बिपिन बिहारी रॉय (एडीजे 7) की अदालत ने 12 वादियों के आरोपों पर आखिरी सुनवाई की, जिनमें से 2 दोषी करार दिए गए हैं. कोर्ट ने 10 आरोपियों को बरी कर दिया है. इनमें 3 महिला और 7 पुरुष शामिल हैं. रिहा होने के बावजूद सभी आरोपियों को फिलहाल जेल में ही रहना होगा, क्योंकि AK-47 रिकवरी मामले में कुल 8 मामले दर्ज हैं. इनमें से 1 मामला NIA के पास है. रिहा आरोपियों का अन्य मुकदमों में भी नाम शामिल है. दोषियों की सजा पर अगली तारीख पर सुनवाई होगी.

कौन है आरोपी?

कोर्ट ने AK-47 राइफल रिकवरी मामले में आरोपी इरशाद और सत्यम को दोषी करार दिया है. तमाम सबूतों के अभाव में 3 महिला सहित 10 आरोपियों को बरी कर दिया गया. बचाव पक्ष की ओर से एडवोकेट शाहिद हुसैन ने और सरकार की ओर से पब्लिक प्रोसिक्यूटर शमीम अनवर ने दलीलें पेश कीं. जिसके बाद बताया गया कि सबूतों के अभाव में 10 को इस मामले में बरी कर दिया गया है.

क्‍या है मामला?

पिछले साल मुंगेर में जमीन के अंदर से लेकर कुएं और नालों से 22 AK-47 राइफल और उसके पार्ट्स बरामद किए गए थे. जांच में पता चला कि सभी राइफल MP के एक COD (सेन्ट्रल ऑर्डानेंस डिपो ) की है. इस मामले में सेना के जवान सहित COD के कर्मी और ऑफिसर की मिलीभगत भी सामने आई थी. जांच में खुलासा होने के बाद बिहार के मुंगेर से लेकर MP और झारखंड पुलिस द्वारा दबिश दी गई थी. इसमे सेना के जवान, COD के अधिकारी और कर्मी की गिरफ्तारी हुई थी. गिरफ्तार आरोपियों ने COD से करीब 60 से 70 AK-47 राइफलों के गायब होने का जिक्र किया था. इस मामले में पुलिस ने जिले के अलग अलग थानों में 8 मामले दर्ज किये थे. एक मामले की जांच NIA कर रही है.

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