नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से जुड़े 13,850 करोड़ रुपये के घोटाले के प्रमुख आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, चोकसी को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की अपील पर शनिवार, 12 अप्रैल 2025 को हिरासत में लिया गया। गिरफ्तारी के बाद से वह फिलहाल बेल्जियम की जेल में बंद है।
गिरफ्तारी वारंट का हवाला दिया
बेल्जियम पुलिस ने गिरफ्तारी के दौरान भारत की एक अदालत द्वारा चोकसी के खिलाफ जारी दो गिरफ्तारी वारंट का हवाला दिया। ये वारंट क्रमशः 23 मई 2018 और 15 जून 2021 को मुंबई की एक विशेष अदालत ने जारी किए थे। हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि मेहुल चोकसी खराब स्वास्थ्य और अन्य मानवीय आधारों का हवाला देते हुए बेल्जियम की अदालत में जमानत की मांग कर सकता है।
ED द्वारा लुकआउट नोटिस और चार्जशीट जारी
मेहुल चोकसी के खिलाफ भारत में केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा लुकआउट नोटिस और चार्जशीट जारी की जा चुकी हैं। इस मामले में उसका भतीजा नीरव मोदी भी आरोपी है, जो इस समय लंदन में छिपा हुआ है और उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया भी जारी है।
2018 में हुआ था फरार
चोकसी जनवरी 2018 में नीरव मोदी के साथ भारत छोड़कर फरार हो गया था। उससे पहले ही पीएनबी में घोटाले के संकेत मिलना शुरू हो गए थे। चोकसी ने भारत से भागने से पहले एंटीगुआ की नागरिकता हासिल कर ली थी। वर्ष 2021 में जब वह क्यूबा की ओर जा रहा था, तब डोमिनिका में उसे रोका गया था। उस समय भी चोकसी ने दावा किया था कि उसके खिलाफ मामला राजनीतिक साजिश का हिस्सा है। साथ ही उसने आरोप लगाया था कि प्रवर्तन निदेशालय ने भारत में उसकी संपत्तियों को अवैध रूप से जब्त कर लिया है।
अब इस ताजा गिरफ्तारी के बाद भारत सरकार चोकसी के प्रत्यर्पण को लेकर सक्रिय हो गई है और कानूनी प्रक्रिया तेज़ की जा रही है।