मुंबई: ड्रग्स मामले में आर्यन खान को बड़ी राहत, NCB की चार्जशीट में नहीं आया नाम

क्रूज ड्रग्स केस: मुंबई। देशभर में कई दिनों तक चर्चा का विषय रहे क्रूज ड्रग्स केस में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन को आज बड़ी राहत मिली है। NDPS कोर्ट ने आर्यन खान को क्लीन चिट दे दी है। नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने NDPS कोर्ट में आज आर्यन खान के खिलाफ चार्जशीट […]

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मुंबई: ड्रग्स मामले में आर्यन खान को बड़ी राहत, NCB की चार्जशीट में नहीं आया नाम

Vaibhav Mishra

  • May 27, 2022 1:55 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

क्रूज ड्रग्स केस:

मुंबई। देशभर में कई दिनों तक चर्चा का विषय रहे क्रूज ड्रग्स केस में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन को आज बड़ी राहत मिली है। NDPS कोर्ट ने आर्यन खान को क्लीन चिट दे दी है। नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने NDPS कोर्ट में आज आर्यन खान के खिलाफ चार्जशीट पेश की। जिसमें आर्यन का नाम शामिल नहीं था। बताया जा रहा है कि इस मामले में एनसीबी को आर्यन के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले है।

19 लोग हुए थे गिरफ्तार

बता दें कि पिछले साल 2 अक्टूबर को एक क्रूज पर नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो ने रेड की थी। जिसमें आर्यन खान समते 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद अलग अलग समय में सभी आरोपियों को जमानत मिल गई थी। लेकिन फिलहाल अभी एक आरोपी जेल में ही है। इस केस में आर्यन खान भी करीब तीन हफ्ते से ज्यादा दिन जेल में बंद थे।

गवाह प्रभाकर साइल की हुई मौत

इससे पहले बीते दिनों आर्यन खान कॉर्डेलिया क्रूज ड्रग्स मामले में गवाही देकर चर्चा में आए प्रभाकर साइल की हो गई थी। बताया गया था कि उनका दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। बता दे कि प्रभाकर साइल आर्यन ड्रग केस में स्वतंत्र गवाह थे. उन्होंने खुद को केपी गोसावी का पर्सनल बॉडीगार्ड बताया था. केपी गोसावी वहीं शख्स है जिनकी शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान के साथ सेल्फी वायरल हुई थी. आर्यन ड्रग केस के सुर्खियों में आने के बाद प्रभाकर ने एनसीबी जोन डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर गंभीर आरोप लगाया था।

ड्रग केस में बने थे प्रमुख गवाह

प्रभाकर साइल को आर्यन खान ड्रग केस मामले में प्रमुख गवाह माना जाता था। प्रभाकर ने ड्रग के मामले में 25 करोड़ रूपये के भुगतान का दावा किया था। प्रभाकर के दावे के बाद एनसीबी की कार्यशैली पर लोगों ने सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया था और बात यहां तक बढ़ गई थी कि एनसीबी को समीर वानखेड़े और अन्य अधिकारियों का बयान दर्ज करने के लिए पांच सदस्यीय टीम मुंबई भेजनी पड़ी थी।

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