रांची: बीजेपी प्रवक्ता द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. देश के अलग-अलग राज्यों में इसको लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है. इस बीच रांची में हुई हिंसा को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है. जानकारी के मुताबिक, हिंसा से एक हफ्ता पहले उत्तर […]
रांची: बीजेपी प्रवक्ता द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. देश के अलग-अलग राज्यों में इसको लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है. इस बीच रांची में हुई हिंसा को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है. जानकारी के मुताबिक, हिंसा से एक हफ्ता पहले उत्तर प्रदेश के सहारनपुर (Saharanpur) से करीब एक दर्जन लोग रांची आए थे. ऐसा संदेह है कि इन्हीं लोगों ने मुस्लिम युवाओं को प्रदर्शन करने के लिए उकसाया था. रांची में हुई हिंसा में अधिकतर प्रदर्शनकारी युवा थे और इन युवाओं को सहारनपुर से आए लोगों ने धर्म के आधार पर उकसाया था. इस बात की जानकारी पुलिस अधिकारीयों ने साझा की है. हिंसा के बाद से ही पूरे शहर में स्थिति तनावपूर्ण है। रांची के 12 थाना क्षेत्रों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू है। फिलहाल शहर के चप्पे-चप्पे पर झारखंड पुलिस का पहरा है।
रांची में हुए बवाल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं चिंता में डालने वाली हैं। जो नफरत फैलाना चाहते हैं, वो ऐसी साजिशें रच रहे हैं। कुछ असामाजिक तत्वों की गलती का खामियाजा सभी भुगत रहे हैं।
बता दें कि रांची में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद भाजपा से निष्कासित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विवादित बयान पर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ। बताया जा रहा है कि इस हिंसक प्रदर्शन में दो लोगों की मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक मरने वाले दोनो प्रदर्शनकारी हैं। जिनकी गोली लगने से मौत हुई है। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने भारी पथराव भी किया। जिसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों प्रदर्शनकारियों की मौत हुई है। फिलहाल पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
गौरतलब है कि जब प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो भीड़ की ओर से पत्थरबाजी की गई। जिसमें पुलिस के कई जवानों को चोट लगी। बाद में पुलिस ने हवाई फायरिंग से भीड़ पर काबू पाया गया। हिंसा में घायल रांची के एसएसपी इस वक्त अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी जगह अब डीएसपी अंशुमान ने मोर्चा संभाल रखा है।
झारखंड में कर्फ्यू के आदेश के बाद पुलिस ने लोगों से घर में रहने की अपील की है. आपको बता दें कि झारखंड में हुई हिंसा में कई लोग और पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. इन घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है.
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