नई दिल्ली: संसद सुरक्षा में हुई चूक को लेकर देश में सियासी हंगामा जारी है. इस बीच मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, आईबी और रॉ को संदेह है कि आरोपियों को हवाला या अन्य माध्यमों से बड़ी फंडिंग की गई है. जांच एजेंसियों को शक है कि दिल्ली दंगे, टूलकिट […]
नई दिल्ली: संसद सुरक्षा में हुई चूक को लेकर देश में सियासी हंगामा जारी है. इस बीच मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, आईबी और रॉ को संदेह है कि आरोपियों को हवाला या अन्य माध्यमों से बड़ी फंडिंग की गई है. जांच एजेंसियों को शक है कि दिल्ली दंगे, टूलकिट व किसान आंदोलन की तरह इसमें भी बड़े स्तर पर साजिश रची गई है.
जांच एजेंसियां यह मानकर चल रही हैं कि इस घटना के पीछे बड़े चेहरे हो सकते हैं. जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस की टीमों ने 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले सभी आरोपियों के बैंक खातों का विवरण ले लिया है. इसके साथ ही पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल फोन की जांच के लिए फोरेंसिक विभाग और सोशल मीडिया अकाउंट्स के पड़ताल के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप संचालित करने वाली कंपनी मेटा से मदद ली है.
बता दें कि संसद की सुरक्षा के चूक मामले में 6 लोगों- सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम देवी, ललित झा, अमोल शिंदे और महेश कुमावत को आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने इन सभी के ऊपर यूएपीए और आतंकवाद विरोधी आरोपों का केस दर्ज किया है. मालूम हो कि इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, इंटेलिजेंस ब्यूरो और खुफिया एजेंसी रॉ कर रही है.