नई दिल्ली। जब बात बेटियों के भविष्य को आर्थिक सुरक्षा देने की आती है तो सरकार द्वारा चलाए गये कुछ लाभकारी स्कीम में से एक सुकन्या समृद्धि योजना की बात पहले होती है। इस स्कीम में बड़े बदलाव किये गये हैं जिसे जानना हर भारतीय नागरिक के लिए जरूरी है। पढ़ाई से लेकर शादी तक […]
नई दिल्ली। जब बात बेटियों के भविष्य को आर्थिक सुरक्षा देने की आती है तो सरकार द्वारा चलाए गये कुछ लाभकारी स्कीम में से एक सुकन्या समृद्धि योजना की बात पहले होती है। इस स्कीम में बड़े बदलाव किये गये हैं जिसे जानना हर भारतीय नागरिक के लिए जरूरी है। पढ़ाई से लेकर शादी तक के लिए पैसे का इंतजाम करने में बेटी का अकाउंट अब सरकारी अफसर या उनके माता – पिता ही आपॅरेट कर सकते हैं। ऐसा न करने पर खाता बंद किया जा सकता है इसलिए विस्तार से SSY Scheme Rule Change के बारे में जानिए।
नरेंद्र मोदी सरकार ने बेटियों के उज्जवल भविष्य को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना की शुरूआत की थी। इस योजना के माध्यम से महज 250 रुपये से अकाउंट खुलवा कर आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। इस योजना में सरकार का अहम योगदान है जिसमें सरकार की तरफ से अच्छा ब्याज दिया जा रहा है जो कि 8.2 फीसदी है। और यह एक लांग टर्म इन्वेस्टमेंट प्लान है जो बेटियों को लखपति बनाने के लिए जाना जाता है।
अगर बात बेटियों के भविष्य के लिए मोटा फंड इकठ्ठा करने वाली इस स्कीम की करें तो इसमें कुछ नये बदलाव (Rule Change) किये गये हैं, खासतौर पर इसे सुकन्या अकाउंट पर लागू किया जाएगा जो नेशनल स्माल सेविंग्स स्कीम (NSS) के तहत खोले गये हैं। नये नियम के बाद अब अगर किसी भी बेटी का अकाउंट ऐसे इंसान के द्वारा खोला गया है जो उसका कानूनी अभिभावक नही है तो फिर उसे ये खाता अब नेचुरल पैरेंट्स या Legal Guardian को ट्रांसफर करना होगा। नियम को न फॉलो करने वालों का अकाउंट बंद कर दिया जाएगा। रिपोर्ट की माने तो स्कीम में यह बदलाव 1 अक्टूबर से चालू किया जाएगा।
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