आंध्र प्रदेश कांग्रेस में बड़ा बदलाव, प्रदेश अध्यक्ष रूद्र राजू ने छोड़ा पद, शर्मिला को मिलेगी जिम्मेदारी?

अमरावती: आंध्र प्रदेश कांग्रेस में चुनाव से पहले बड़ा बदलाव देखने को मिला है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख रूद्र राजू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा भेज दिया है. बताया जा रहा है कि हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुईं वाई […]

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आंध्र प्रदेश कांग्रेस में बड़ा बदलाव, प्रदेश अध्यक्ष रूद्र राजू ने छोड़ा पद, शर्मिला को मिलेगी जिम्मेदारी?

Vaibhav Mishra

  • January 15, 2024 7:05 pm Asia/KolkataIST, Updated 10 months ago

अमरावती: आंध्र प्रदेश कांग्रेस में चुनाव से पहले बड़ा बदलाव देखने को मिला है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख रूद्र राजू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा भेज दिया है. बताया जा रहा है कि हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुईं वाई एस शर्मिला को प्रदेश अध्यक्ष की कमान मिल सकती है.

कांग्रेस में शामिल हुईं थीं शर्मिला

बता दें कि इससे पहले 4 जनवरी को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की बहन वाई एस शर्मिला कांग्रेस पार्टी में शामिल हो हुईं थीं. शर्मिला ने दिल्ली में स्थित कांग्रेस मुख्यालय में मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली. इसके साथ ही उन्होंने अपनी वाईएसआर तेलंगाना पार्टी का भी कांग्रेस में विलय कर दिया.

राहुल के पीएम बनने पर खुशी होगी

कांग्रेस में शामिल होने के बाद वाईएस शर्मिला ने कहा कि मेरे पिता का सपना था कि राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बने. मुझे भी राहुल के पीएम बनने पर बहुत खुशी होगी और मैं इसके लिए काम करूंगी. बता दें कि वाईस शर्मिला पिछले कुछ वक्त से लगातार कांग्रेस के समर्थन में बयान दे रही थीं. अभी हाल ही में हुए तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भी शर्मिला ने कांग्रेस पार्टी को अपना समर्थन दिया था. उन्होंने वोट न बिखरे इसके लिए चुनाव भी नहीं लड़ा था.

पिता राजशेखर भी कांग्रेस में थे

गौरतलब है कि वाईएस शर्मिला के पिता आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखरा रेड्डी भी कांग्रेस में थे. सीएम रहते हुए एक विमान दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी. पिता के निधन के बाद कांग्रेस ने शर्मिला के भाई जगन मोहन रेड्डी को मुख्यमंत्री नहीं बनाया. इसके बाद जगन ने कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी वाईएसआर कांग्रेस बना ली. शुरुआत में शर्मिला अपने भाई की पार्टी में थीं. लेकिन 2021 में मतभेद के चलते उन्होंने वाईएसआर कांग्रेस से नाता तोड़कर अपनी नई पार्टी वाईएसआर तेलंगाना का गठन कर लिया था.

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