लखनऊ: यूपी के हाथरस में सत्संग के बाद हुई भगदड़ में मरने वालों की संख्या 100 के पार पहुंच चुकी है. वहीं हादसे में 150 से ज्यादा लोग घायल हैं. बताया जा रहा है कि घायलों में कई लोगों की हालत गंभीर है. अभी मौतों का आंकड़ा और बढ़ सकता है. यह हादसा हाथरस के […]
लखनऊ: यूपी के हाथरस में सत्संग के बाद हुई भगदड़ में मरने वालों की संख्या 100 के पार पहुंच चुकी है. वहीं हादसे में 150 से ज्यादा लोग घायल हैं. बताया जा रहा है कि घायलों में कई लोगों की हालत गंभीर है. अभी मौतों का आंकड़ा और बढ़ सकता है. यह हादसा हाथरस के फुलरई गांव में हुआ है. हादसे के बाद यहां के हालात काफी भयावाह हैं.
हाथरस के फुलरई गांव में भोले बाबा का यह प्रवचन चल रहा था, जिसमें शामिल होने के लिए हाथरस और आसपास के जिलों के करीब 15 हजार श्रद्धालु वहां पहुंचे थे. हाथरस के डीएम ने बताया कि एसडीएम ने इस कार्यक्रम की अनुमति दी थी. यह एक निजी कार्यक्रम था. सुरक्षा के लिए यहां पुलिस की ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन कार्यक्रम के अंदर की व्यवस्था आयोजकों द्वारा की जानी थी.
जानकारी के मुताबिक भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि है. वे एटा जिले के बहादुर नगरी गांव के रहने वाले हैं. नारायण साकार हरि ने करीब 26 साल पहले सरकारी नौकरी छोड़कर प्रवचन करना शुरू किया था. एक बार उन्होंने अपने प्रवचन में बताया था कि वे गुप्तचर ब्यूरो में नौकरी किया करते थे. बता दें कि भोले बाबा का पॉलिटिकल कनेक्शन भी सामने आया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने पिछले साल एक पोस्ट किया था. इस पोस्ट में वह भोले बाबा के कार्यक्रम में शामिल होते हुए दिख रहे हैं.
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