मेरठ में भी आंबेडकर की मूर्ति तोड़ने की घटना हो चुकी है.इससे पहले त्रिपुरा में बीजेपी की जीत के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने लेनिन की मूर्ति गिरा दी थी.
आजमगढ़.देश में मूर्तियां तोड़ने का सिलसिला रुक नहीं रहा है. उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की मूर्ति तोड़ने का मामला सामने आया है. पुलिस घटनास्थल पर मौजूद है. यह पता नहीं चल पाया है कि यह हरकत किसने की है. इलाके में किसी तरह की अप्रिय घटना न हो, इसलिए पुलिस मौके पर पहुंच गई है. शुक्रवार को भी उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के एक गांव में असामाजिक तत्वों ने बी.आर.अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ दी थी. जिले के एक अधिकारी ने कहा, “असामाजिक तत्वों ने अंधेरे का फायदा उठाकर कानहावाली गांव में अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया.
इंस्पेक्टर भगवान मेहर और उप विभागीय मजिस्ट्रेट कौसतुभ मिश्रा ने प्रदर्शकारियों को शांत कराने के लिए घटनास्थल का दौरा किया. प्रदर्शनकारियों में अधिकतर दलित शामिल थे.” अधिकारियों ने कहा कि पहले भी यहां अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया जा चुका है और प्रतिमा स्थापित किए जाने वाली जमीन को लेकर दो गांवों में विवाद चल रहा है. पुलिस ने कहा कि हो सकता है कि इसी विवाद की वजह से प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया गया हो.अधिकारी ने कहा, “हम घटना के जिम्मेदार तत्वों की तलाश कर रहे हैं.”
इससे पहले 7 मार्च को उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के मवाना इलाके में भी आंबेडकर की मूर्ति तोड़ने की घटना हो चुकी है. गौरतलब है कि त्रिपुरा में बीजेपी की जीत के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने लेनिन की मूर्ति गिरा दी थी, जिसके बाद तमिलनाडु में पेरियार की प्रतिमा को तोड़ा गया था.इसके बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में मूर्ति तोड़ने का सिलसिला शुरू हो गया.