Bhim Army Refuses To Ally With Congress: लोकसभा चुनाव 2019 की चुनावों की तारीखों का ऐलान हो गया है. इस बीच सभी पार्टियां अपना चुनावी गणित लगाने में जुटी हैं. पहले अटकलें लगाई जा रही थी किं भीम आर्मी उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकती है, लेकिन भीम आर्मी ने इस तरह की अटकलों को खारिज कर दिया है.
लखनऊ. Bhim Army Refuses To Ally With Congress: लोकसभा चुनाव 2019 से पहले चंद्रशेखर आजाद की भीम आर्मी कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी. हाल ही में कांग्रेस महासचिव की मेरठ के आनंद अस्पताल में मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारो में चर्चा थी कि चंद्रशेखर कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकते हैं. हालांकि चंद्रशेखर की पार्टी ने इन कयासों पर रोक लगा दी है.
भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह की यह टिप्पणी कांग्रेस की महासचिव प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा और भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की मुलाकात के बाद आई है. भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने भीमराव अंबेडकर के लिए कुछ नहीं किया.
रतन सिंह ने आगे कहा कि पार्टी ने इतने लंबे समय तक देश में शासन किया, लेकिन हमारे लिए कुछ नहीं किया. कांग्रेस के शासन में दलितों पर अत्याचार हुआ. जिसके चलते राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) मजबूत हुई. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को समर्थन करने का कोई सवाल ही नहीं उठता.
भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह के मुताबिक प्रियंका गांधी चंद्रशेखर से मिलना चाहती थीं, लेकिन हमने ऐतराज जताया. जिसके बाद उन्होंने उनसे मिलने की विशेष अनुमति मांगी और फिर उन्होंने कुछ मिनटों तक उनसे बातचीत की. हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी बातों में कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं आया.
प्रियंका बुधवार शाम अचानक मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर से मिलने पहुंची थीं. उनके साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बस यही कहा था कि चंद्रशेखर से मिलने के लिए अस्पताल आने में कोई राजनीति नहीं है. मैं इस लड़के से मिलने आई हूं, क्योंकि चंद्रशेखर का संघर्ष मुझे पसंद आया. उसने अपने लोगों के लिए संघर्ष किया है.’