भय्यूजी महाराज और नर्मदानंद महाराज का ऐलान, नहीं लेंगे राज्यमंत्री का दर्जा

मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने पांच संतों को राज्यमंत्री का दर्जा देने का एलान किया था. ऐसे में इंडिया न्यूज के मंच से भय्यूजी महाराज और नर्मदानंद महाराज ने ये पद लेने से इंकार कर दिया है.

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भय्यूजी महाराज और नर्मदानंद महाराज का ऐलान, नहीं लेंगे राज्यमंत्री का दर्जा

Aanchal Pandey

  • April 17, 2018 8:07 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

भोपाल. मध्य प्रदेश में इंडिया न्यूज के खास कार्यक्रम मध्य प्रदेश मंच पर भय्यूजी महाराज और नर्मदानंद महाराज ने एलान किया है कि वो राज्य सरकार द्वारा दिया गया राज्यमंत्री का दर्जा नहीं लेंगे. इंडिया न्यूज के पॉलीटिकल एडिटर मनीष अवस्थी से खास बातचीत में इस बात का एलान किया.

गौरतलब है कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने पांच संतों को राज्यमंत्री का दर्जा देने का एलान किया था. इन पांच संतों में नर्मदानंद महाराज, हरिहरानंद महाराज, कम्प्यूटर बाबा, भय्यू महाराज एवं पंडित योगेंद्र महंत का नाम शामिल था. सरकार के इस कदम को राजनीतिक चाल बताते हुए कांग्रेस ने कहा था कि यह चुनावी साल है और साधुओं का राज्यमंत्री का दर्जा देकर बीजेपी सरकार साधुओं को लुभाने की कोशिश कर रही है.

प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने शिवराज सरकार के इस फैसले को स्वांग करार देते हुए कहा था कि संतो को राज्यमंत्री बनाकर बीजेपी अपने पापों को धोने की कोशिश कर रही है. दरअसल 31 मार्च को शिवराज सरकार ने आदेश जारी कर कहा था कि नर्मदा किनारे विक्षारोपण, जल संरक्षण और स्वच्छता के विषयों पर जन जागरूक्ता अभियान चलाने के लिए विशेष समिति बनाई गई है और इस समिति के पांच सदस्यों को राज्यमंत्री का दर्जा दिया जा रहा है.

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