नई दिल्ली: होली खुशियां लेकर आती है। इस त्यौहार को लेकर लोगों के मन में अलग ही उत्साह रहता है। लेकिन इस बार होली के दिन कुछ एड्स को देखकर लोग भड़क उठे। लोगों का कहना है कि ये ऐड हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे है। ये दो होली के ऐड है जिसने सोशल […]
नई दिल्ली: होली खुशियां लेकर आती है। इस त्यौहार को लेकर लोगों के मन में अलग ही उत्साह रहता है। लेकिन इस बार होली के दिन कुछ एड्स को देखकर लोग भड़क उठे। लोगों का कहना है कि ये ऐड हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे है। ये दो होली के ऐड है जिसने सोशल मीडिया पर लोगों को गुस्सा दिला दिया है। पहला है “स्विगी” का ऐड और दूसरा है “भारत मैट्रिमोनी” का ऐड।
मैट्रिमोनियल साइट “भारत मैट्रिमोनी” होली के दिन विवादों में घिर गई है। दरअसल, इस साइट ने होली के लिए एक ऐड जारी किया था, जिसमें दिखाया गया कि होली खेलने के दौरान महिलाओं के साथ हिंसा होती है। इस वजह से बहुत सारी महिलाएं होली नहीं खेला करती है। ऐड से ये संदेश दिया गया था कि इस होली, महिला दिवस मनाएं और महिलाओं को सुरक्षित रखना चुनें।
इस ऐड के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। लोगों का कहना है कि इस साइट ने हिंदू भावनाओं को आहत किया है। इसे लेकर सोशल मीडिया यूजर्स बॉयकॉट भारत मैट्रिमोनी हैशटैग से लगातार ट्वीट कर रहे हैं। कई यूजर्स का कहना है कि ये वीडियो हिंदूफोबिक और शर्मनाक है। हालांकि, भारत मैट्रिमोनी की ओर से इसपर कुछ भी रिएक्शन नहीं आया है।
मैट्रिमोनियल वेबसाइट के इस ऐड में नजर आ रहा है कि एक महिला का चेहरा अलग-अलग रंगों से रंगा हुआ है। वह वॉशरूम में पानी से अपने चेहरे को धोती हुई दिख रही है। जब लड़की के चेहरे से रंग हटता है तो आंखों के नीचे काला धब्बा, नाक और सिर पर चोट के निशान नजर आते हैं। तभी नीचे एक मैसेज शो करता है- कुछ निशान ऐसे होते हैं, जो कभी नहीं धूल सकते। जिन्हें आसानी से नहीं छिपाया जा सकता।
इसमें आगे लिखा होता है – होली के दिन महिलाओं पर जो गुजरती है, वो किसी ट्रॉमा से कम नहीं होता है। इसकी वजह से एक तिहाई महिलाएं होली खेलना छोड़ चुकी है। इसलिए… आप इस होली महिला दिवस मनाएं। साथ ही उन्हें हर दिन सुरक्षित रहने का अनुभव कराएं।
दो दिन पहले स्विगी को अंडे के विज्ञापन के चलते ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा था। इस विज्ञापन में स्विगी ने कहा था – ऑमलेट – सनी साइड-अप – किसी के सर पर। #बुरामतखेलो। स्विगी के विज्ञापन की तस्वीर के मुताबिक, अंडा बहुत जरुरी चीज है, इसे किसी के सिर पर फोड़कर बर्बाद न करे। इसके साथ ही इस बिलबोर्ड पर #BuraMatKhelo हैशटैग भी लगा हुआ है।इसे लेकर लोगों का कहना है कि स्विगी के ऐसा करने से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। इसके बाद लोगों ने स्विगी ऐप को हिंदूफोबिक’ करार दिया और ऐप अन्सटॉल करना शुरू कर दिया। हालांकि विवाद बढ़ने के बाद स्विगी ने अंडे के विज्ञापन वाले बिलबोर्ड को हटा लिया।
स्विगी के बिलबोर्ड ने लोगों को इस हद तक परेशान कर दिया कि तस्वीर वायरल होते ही कई लोगों ने स्विगी एप को अन्सटॉल करना शुरू कर दिया था। लोग सवाल कर रहे है कि हिंदू त्योहारों के दौरान वो ऐसा विज्ञापन क्यों निकालते हैं। अन्य गैर हिंदू त्योहारों पर ऐसा ज्ञान क्यों नहीं दिया जाता है?
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