नई दिल्ली: अभी कुछ दिनों पहले ही स्वतंत्रता दिवस गुजरता है. वहीं उस समय सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें भारत माता की जय के नारे के वक्त मुस्लिम छात्र खामोश दिखाई दे रहे थे. मतलब यह है कि जिस वक्त नारा लग रहा था, तो वो नारे को इग्नोर कर रहे थे. इससे पहले कई मुस्लिम धर्मगुरु, मौलाना और नेताओं के आपत्ति जताने वाले बयान सामने आ चुके है. इसी बात को लेकर जब पाकिस्तानी पत्रकार आरजू काजमी ने भारत के मौलाना मोहम्मद साजिद का इंटरव्यू लिया, तो उन्होंने मदरलैंड पर अपना तर्क रखा.
बता दें कि मौलाना रशीदी की भी एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह आपत्ति जता रहे है और कह रहे है कि स्कूल के बच्चों से भारत माता की जय कहलवाया जा रहा है. पाक पत्रकार आरजू ने इस बात पर कहा कि ‘भारत माता की जय’ का मतलब तो मदरलैंड से ही है, इसमें कोई गलत बात तो नहीं है. आप इतने नाराज क्यों हो रहे हैं? ऑल इंडिया मुस्लिम एसोसिएशन के चेयरमैन रशीदी ने कहा कि हमारे बिरादराने वतन हिंदू भाई भारत के नक्शे पर एक लेडी का फोटो लगाते हैं और उसे माता मानकर पूजते हैं. इस्लाम में ये सब नहीं है. इस्लाम में तो सिर्फ अल्लाह की इबादत करने के लिए कहा गया है और किसी की नहीं.
Bharat Mata Ki Jai slogans avoided by them. Why? pic.twitter.com/lzxMqWixpc
— Frontalforce 🇮🇳 (@FrontalForce) August 19, 2024
बता दें कि पत्रकार आरजू काजमी ने कहा कि जिसको भी हिंदी समझते है उसे तो यही लगता है कि भारत माता की जय तो सीधे देश की बात हैं. आप जो नई चीज बता रहे हैं, क्या ये गैरजरूरी नहीं लगता है? मौलाना यह सब सुनकर छटपटा गए. उन्होंने जवाब में दिया कि, ये गैरजरूरी नहीं है. ये आज पहली मर्तबा बात नहीं छिड़ रही है.
“Bharat mata ki jai slogans wrong, govt shud take action on it” Maulana on school kids (M’s) chanting bharat mata ki Jai pic.twitter.com/0qPBFfdOol
— Frontalforce 🇮🇳 (@FrontalForce) August 14, 2024
इस पर और वंदे मातरम पर भारत में बहुत बात छिड़ चुकी है. जो चीज धर्म के खिलाफ जाएगी उस पर बोला ही जाएगा. आगे मौलाना ने कहा कि देश का संविधान ये भी कहता है कि आप अपने धर्म के मुताबिक अपनी जिंदगी जी सकते हैं. ऐसे में जो चीज मेरे धर्म के खिलाफ आएगी, तो मैं ऐतराज करूंगा. इसमें कोई गलत लगने वाली बात नहीं है.