नई दिल्ली: भारत जोड़ो यात्रा अभी अपने दूसरे सप्ताह में पहुंची है। यात्रा में राहुल गांधी जमीन पर तो कांग्रेस के प्रवक्ता टीवी पर पर हमलावर है। वाक द्वंद में भी अपनी कुशलता दिखा रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी का जोश लगातार बढ़ रहा है। हलांकि यात्रा के दौरान कुछ ऐसी घटनाएं हुई है, […]
नई दिल्ली: भारत जोड़ो यात्रा अभी अपने दूसरे सप्ताह में पहुंची है। यात्रा में राहुल गांधी जमीन पर तो कांग्रेस के प्रवक्ता टीवी पर पर हमलावर है। वाक द्वंद में भी अपनी कुशलता दिखा रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी का जोश लगातार बढ़ रहा है। हलांकि यात्रा के दौरान कुछ ऐसी घटनाएं हुई है, जिसे लोग इस यात्रा का प्रभाव मान रहे हैं। चाहे वह गौरव भाटिया का गोडसे मुर्दाबाद बोलना हो, या आरएसएस प्रमुख का मस्जिद जाना।
बीते दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत मस्जिद गए। उनके इस कदम से सभी हैरान है। भागवत पहले दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग पर स्थित मस्जिद गए। उसके बाद आजादपुर में मदरसा तजावीदुल कुरान का दौरा किया। मस्जिद भ्रमण के दौरान उनकी ऑल इंडिया मुस्लिम इमाम ऑर्गेनाइजेशन के चीफ इमाम उमर अहमद इलियासी से मुलाकात भी हुई।
बीते दिनों एक टीवी डिबेट के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया को गोडसे मुर्दाबाद का नारा देने की चुनौती दिया तो आवेशित गौरव भाटिया ने कहा कि गोडसे मुर्दाबाद था, है और रहेगा। बयान की चर्चा खूब हो रही है। वहीं लोगों ने भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया को गोडसे मुर्दाबाद बोलने को भारत जोड़ो यात्रा का असर बता रहे हैं। आपको बता दें कि नाथूराम गोडसे को गांधी जी की हत्या के जुर्म में फांसी की सजा हुई थी। और तब से नाथूराम गोडसे का नाम आरएसएस- बीजेपी के साथ जोड़ा जाता रहा है। जिस पर बीजेपी हमेशा से ही प्रतिक्रिया देने से बचती रही है।
कांग्रेस इन घटनाओं को भारत जोड़ो यात्रा का असर मान रही है। यह असर ऐसा कि आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत इमामों और मुस्लिम समुदाय के लोगों से मिलने पहुंच गए। वहीं कांग्रेस के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा ने कहा कि अभी भारत जोड़ो यात्रा के सिर्फ15 दिन हुए हैं। और भाजपा के प्रवक्ता गोडसे मुर्दाबाद बोलने लगे।