जयपुर। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को जहां गैरराजनीतिक कहा जा रहा है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेसी खेमे में इस यात्रा के दौरान लगातार जंग जारी है। गहलोत और पायलट के बीच सभी विवादों के खत्म होने के बाद राजस्थान में फिर से विवाद पैदा हो सकता है। राहुल गांधी की यात्रा राजस्थान पहुंचने […]
जयपुर। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को जहां गैरराजनीतिक कहा जा रहा है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेसी खेमे में इस यात्रा के दौरान लगातार जंग जारी है। गहलोत और पायलट के बीच सभी विवादों के खत्म होने के बाद राजस्थान में फिर से विवाद पैदा हो सकता है।
राहुल गांधी की यात्रा राजस्थान पहुंचने से पहले ही प्रदेश के भीतर पोस्टर वॉर छिड़ गया है, हम आपको बता दें कि राजनीति में अपना रुख दिखाने के लिए पोस्टर वॉर का सहारा लिया जाता है।
राजस्थान में राहुल गांधी के आगमन से पूर्व ही उनके स्वागत में ज़ोरदार तैयारियां की जा रही हैं, लेकिन इन्ही तैयारियों के बीच कुछ ऐसा काम हो गया है कि, राजस्थान की शांति फिर से अशांति मे तब्दील हो सकती है। हम आपको बता दें की राहुल गांधी के स्वागत के लिए प्रदेश भर में डिवाइडरों, लाइट पोल्स, घर एवं अन्य जगहों पर पोस्टरों की भरमार है। लेकिन इन पोस्टरों से सीएम अशोक गहलोत नदारद हैं यदि किसी पोस्टर मे वह हैं भी तो नाम मात्र के लिए।
कहीं-कहीं सीएम अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा का चेहरा दिखाई दे रहा है।
सचिन पायलट को गद्दार कहे जाने के बाद दोनों गुटों में तल्खियां अधिक बढ़ गई थीं, लेकिन कांग्रेस के एक विशेष कार्यक्रम के दौरान गहलोत और पायलट ने हाथ मिला लिया था और दोनों साथ-साथ हाथ उठाकर मीडिया के सामने आए थे और सारे विवाद खत्म होने का दावा किया था।
लेकिन इस पोस्टर विवाद के बाद राजनीतिक विशेषज्ञों का दावा है कि, राजस्थान में फिर से दोनों गुटों के बीच तल्खियां आरम्भ हो जाएंगी। हज़ारो पोस्टरों से सीएम गहलोत का चेहरा गायब होना महज़ एक इत्तेफाक तो नहीं हो सकता क्या यह किसी साजिश का हिस्सा है।