नई दिल्ली, देशभर की सांस्कृतिक विरासत से परिचय करवाने के लिए भारत गौरव ट्रेन की शुरुआत 21 जून से होने वाली है. अब इन ट्रेन में लंबी दूरी की यात्रा करना अधिक सुविधाजनक होगा. भारत गौरव ट्रेन में यात्रियों के खानपान के लिए बेहतर डिजाइन वाला विशेष कोच तैयार किया गया है, इसकी डिज़ाइनिंग भी […]
नई दिल्ली, देशभर की सांस्कृतिक विरासत से परिचय करवाने के लिए भारत गौरव ट्रेन की शुरुआत 21 जून से होने वाली है. अब इन ट्रेन में लंबी दूरी की यात्रा करना अधिक सुविधाजनक होगा. भारत गौरव ट्रेन में यात्रियों के खानपान के लिए बेहतर डिजाइन वाला विशेष कोच तैयार किया गया है, इसकी डिज़ाइनिंग भी आकर्षक की गई है. इस ट्रेन में अब यात्रियों को बेहद खास सुविधाएं मिलेंगी.
देश की पहली भारत गौरव पर्यटक ट्रेन को लखनऊ में तैयार किया जा रहा है, यहाँ यात्रियों के लिए सुविधाजनक डिब्बे डिजाइन हो रहे हैं. इसके संचालन का सारा जिम्मा भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम का होगा. इस सुविधा के लिए भारत गौरव पर्यटक ट्रेन में 10 से 15 साल पुरानी बोगियों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. ट्रेन में सफर के दौरान स्नान करने की भी ख़ास व्यवस्था की गई है.
• रेल मंत्रालय द्वारा भारत गौरव पर्यटक ट्रेन चलाने की योजना बनाई गई थी, इसमें यात्रियों को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी.
• आईआरसीटीसी द्वारा पहली भारत गौरव ट्रेन 21 जून से शुरू होने वाली है.
• यह ट्रेन स्वदेश दर्शन के अंतर्गत चिन्हित रामायण सर्किट पर प्रभु श्रीराम के जीवन से जुड़े स्थलों का टूर करवाएगी. नेपाल स्थित जनकपुर मे राम जानकी मंदिर का भ्रमण भी भारत गौरव ट्रेन टूर में शामिल होगा.
• ‘भारत गौरव’ ट्रेन 21 जून को दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन से 18 दिनों के टूर के लिए रवाना होगी.
भगवान राम के श्रद्धालुओं के लिए यात्रा का पहला पड़ाव प्रभु श्री राम का जन्म स्थल अयोध्या होगा, जहां श्री राम जन्मभूमि मंदिर श्री हनुमान मंदिर व नंदीग्राम में भरत मंदिर का दर्शन करवाया जाएगा. अयोध्या से रवाना होकर यह ट्रेन बक्सर जाएगी, जहां श्री विश्वामित्र आश्रम व रामरेखा घाट पर गंगा स्नान का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. यहाँ से ट्रेन सीतामढ़ी जाएगी, जहां श्रद्धालु जानकी जन्म स्थल व नेपाल के जनकपुर स्थित राम जानकी मंदिर के दर्शन कर सकेंगे. ट्रेन का अगला पड़ाव भगवान शिव की नगरी काशी होगा, जहां से पर्यटक बसों द्वारा काशी के प्रसिद्ध मंदिरों सहित सीता समाहित स्थल, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर, व चित्रकूट की यात्रा करेंगे. इस दौरान काशी प्रयाग व चित्रकूट में श्रद्धालु रात्रि विश्राम भी कर सकेंगे.
चित्रकूट से चलकर यह ट्रेन नासिक पहुंचेगी जहां पंचवटी व त्रयंबकेश्वर मंदिर के दर्शन किए जा सकेंगे. नासिक के बाद प्राचीन किष्किंधा नगरी हंपी इस ट्रेन का अगला पड़ाव होगा जहां अंजनी पर्वत स्थित श्री हनुमान जन्म स्थल व अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक व विरासत मंदिरों के दर्शन किए जाएंगे. हम्पी के बाद रामेश्वरम इस ट्रेन का अगला पड़ाव होगा. रामेश्वरम से चलकर यह ट्रेन कांचीपुरम पहुंचेगी जहां शिव कांची, विष्णु कांची और कामाक्षी माता मंदिर के दर्शन किए जाएंगे. इस ट्रेन का अंतिम पड़ाव तेलंगाना राज्य में स्थित भद्राचलम होगा, भद्राचलम को दक्षिण की अयोध्या के नाम से भी जाना जाता है. ये ट्रेन 18 वें दिन दिल्ली वापस पहुंचेगी.
अधिक जानकारी के लिए यात्री आईआरसीटीसी की वेबसाइट https://www.irctctourism.com पर जा सकते हैं और ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं.
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