Bhaiyyuji Maharaj Daughter Exclusive Interview: भय्यूजी महाराज ने छह महीने पहले रहस्यमय हालातों में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. छह महीनों से पुलिस के पास अभी भी इस आत्महत्या मामले में कोई सुराग या जवाब नहीं है. इस मौत का रहस्य अभी भी बना हुआ है. भय्यूजी महाराज की मौत पर उनकी बेटी ने पहली बार मीडिया से बात की. पढ़ें भय्यूजी महाराज की बेटी कुहू का एक्सकलूसिव इंटरव्यू.
नई दिल्ली. लगभग छह महीने पहले आध्यात्मिक गुरु भय्यूजी महाराज ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस या उनके करीबियों को इस आत्महत्या के पीछे के कारण अभी भी नहीं पता चल पाएं हैं. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है लेकिन इस पर अभी भी रहस्य बना हुआ है. 20 लाख लोग भय्यूजी महाराज के अनुयायी थे. उनकी 19 वर्षीय बेटी कुहू ने पहली बार मीडिया से बात की. कुहू ने पहली बार भय्यूजी महाराज की मौत पर बात की. पढ़ें भय्यूजी महाराज की बेटी का एक्सकलूसिव इंटरव्यू.
-रोज एक कहानी एक नया पेंच सामने आ जाता है. रोज एक नया विवाद. क्या हुआ था भय्यूजी महाराज ने क्यों खुद को गोली मारी थी?
कुहू- मुझे इतनी जानकारी इस बारे में नहीं है. जितना अखबारों में आ रहा है वो सब पड़ रही हूं मैं. इस कहानी के सौ संस्करण मिलेंगे. पर मुझे कुछ पता नहीं है कि क्यूं ऐसा हुआ.
-क्या लगता है भय्यूजी महाराज को क्या तनाव था वो बात करते थे तो किसी चीज का जिक्र किया?
कुहू- उन्होंने मुझसे कभी ऐसा कोई जिक्र नहीं किया था. पापा मेरे से बहुत ज्यादा क्लोज थे. वो हर चीज मुझे बताते थे. मम्मी की मौत के बाद वो और भी ज्यादा क्लोज हो गए थे. उन्होंने मुझे इस बारे में कभी कुछ नहीं बताया कि कोई चीज उन्हें परेशान कर रही है.
-ऐसी क्या बाते करते थे वो?
कुहू- जी पापा हमेशा मेरा साथ दिया करते थे. मैंने जब उन्हें बताया कि मैं पढ़ाई के लिए लंदन जाना चाहती हूं तो वो बोले की ये मेरे लिए बहुत अच्छा रहेगा और मुझे जरूर जाना चाहिए.
-जो बातें सामने आ रही हैं रोज एक नई कहानी. कभी उन्होंने जिक्र किया की कोई परेशान या ब्लैकमेल कर रहा है?
कुहू-अखबारों का तो अब चलता ही रहेगा. मतलब नई कहानियां हैं उनको भी नहीं पता है कि क्या हो रहा है. ये उनका पक्ष है इस बारे में मैं कुछ नहीं कह सकती. हम भी वही पड़ रहे हैं जो अखबारों में आ रहा है. हमें भी कुछ नहीं पता.
-भय्यूजी महाराज से आखिरी बात में कोई तनाव की वजह लगी?
कुहू-बिल्कुल भी नहीं. सच तो ये है कि पापा बेहद खुश थे. क्योंकि मेरी लंदन जाने की तैयारियां करीब-करीब पूरी हो चुकी थीं. बस मुझे वीजा के लिए अप्लाई करना था. वो बहुत खुश थे और उन्हें इसी सिलसिले में पुणे आना भी था. मुझे नहीं पता कि अचानक क्या हुआ कि ये सब हो गया.
-अपनी सोच से कोई वजह लग रही है उनकी आत्महत्या की?
कुहू- मेरे पापा बहुत बहादुर इंसान थे. इसलिए मुझे कोई वजह नहीं दिखती जिसकी वजह से वो खुदकुशी जैसा कदम उठाते. वो ऐसा क्यों करेंगे मुझे कोई आइडिया नहीं है. जितना वो लोगों के लिए शॉकिंग था उससे कहीं ज्यादा मेरे लिए शॉकिंग था. क्योंकि मैनें उन्हें देखा है. मतलब सबसे ज्यादा करीब से मैंने उन्हें देखा है. तो वो ऐसा कभी कुछ करेंगे कम से कम हममें से किसी ने ऐसा कभी सोचा नहीं था.
-तबियत को लेकर बातें सामने आती थीं. क्या हुआ था उनकी तबियत को?
कुहू- पापा की तबियत अक्सर बहुत खराब रहती थी. खासकर मम्मी की मौत के बाद वो काफी उदास रहते थे. उन्हें मम्मी की कमी खलती थी. इसके अलावा उनके एक्सिडेंट हुए हैं, उनपर हमले भी हुए हैं. इन सब वजहों से शायद वो काफी मानसिक दबाव में रहते थे.
-खबरों में उनके सहयोगी जैसे शेखर और विनायक, उनसे जुड़ी कहानियां सामने आ रही हैं.
कुहू- ये लोग हमारे साथ बहुत सालों से हैं, तो इनके दिमाग में दिल में पापा के लिए बहुत इज्जत है. जो भी मैं इनके बारे में अभी कह नहीं सकती कि किसके दिल में अभी क्या चल रहा है. तो इनके बारे में कुछ बोल नहीं सकती मैं.
-भक्त भय्यूजी महाराज की मौत की जांच बड़ी एजेंसी से करवाना चाहते हैं.
कुहू- इसको लेकर मुझे सिर्फ इतना कहना है एक बेटी के तौर पर मैं भी ये जानना चाहती हूं कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया. कोई भी एजेंसी इसकी जांच करे मुझे तो बस इतना पता करना है क आखिर मेरे पिता के साथ ये सब क्यों हुआ और मैं जानना चाहती हूं कि आखिर खुदकुशी की वजह क्या थी?
-तमाम सेवाकार थे. अब उनके काम को कौन आगे बढ़ाएगा?
कुहू- बिल्कुल इतना बड़ा इन्होंने काम किया है इसे व्यर्थ जाने नहीं दे सकते तो हां हम सारा परिवार बैठकर इस बारे में फैसला करेंगे पर अभी तक हमने इतना टाइम लगाया है बात करने में भी क्योंकि हम लोग सदमे में थे. अभी धीरे-धीरे हम लोग सामान्य हो रहे हैं और अब हम महत्वपूर्ण फैसले लेंगे. ट्रस्ट कैसे चलाना है, क्या करना है हम इसके बारे में सोचेंगे.
-मध्य प्रदेश पुलिस की जांच से कितना संतुष्ट हैं?
कुहू- वो अपना काम कर रहे हैं. वो अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं. हमारे पूरे परिवार को उनपर भरोसा है.
-दिल में लगता है कोई वजह जिससे परेशान होकर आत्महत्या की?
कुहू- मुझे तो ऐसी कोई वजह दिमाग में नहीं आ रही है. मैं कुछ सोच ही नहीं पा रही हूं. जैसा कि मैंने पहले कहा मैं उतने ही सदमे में हूं, जितने सदमे में इस घटना से बाकि लोग हैं. क्योंकि हादसे से एक दिन पहले ही मैंने उनसे बात की थी. वो उस दिन भी खुश थे और अच्छे मूड में थे. हमने मेरे लंदन जाने के बारे में बात की थी.
-वकील के जरिए रोज बन रही कहानियों पर कोई कदम उठाएंगी?
कुहू- देखिए मैंने अभी तक इस बारे में कुछ सोचा नहीं है. लेकिन हां जो भी मैं स्टेटमैंट दूंगी इस बारे में वो हमारे वकील की मौजूदगी में होगा और वकील की सलाह से ही दिया जाएगा और हम जो भी फैसला लेंगे अपने परिवार को लोगों के हित को देखते हुए लेंगे. खासकर पापा के शिष्यों के हित को देखते हुए.
-राजनीति पर कभी बात की?
कुहू- पापा और मुझमें कई बातें एक सी थी और राजनीति उनमें से एक थी. जब इलेक्शन होते थे तो हम लोगों की आंख टीवी पर से नहीं हटती थी वो बहुत अच्छे दिन थे.
-सारी दुनिया के मन की बात पता कर लिया करते थे, इसे मानती हैं?
कुहू- जी बिल्कुल ऐसी मैंने बहुत कहानियां सुनी हैं पापा ने भी मुझे बहुत बार बताया कि ये ऐसा है, वो वैसा है लेकिन जैसा मैंने बोला पापा मेरे लिए दोस्त जैसे थे पापा.. पापा थे. तो मेरे लिए चमत्कार से ज्यादा वो कनेक्शन महत्वपूर्ण है जो हमारे बीच था.
क्या था मामला
आध्यात्मिक गुरु भय्यूजी महाराज ने 12 जून 2018 को अपने बंगले में गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी. मौके पर एक सुसाइड नोट मिला जिसमें लिखा था कि भारी तनाव से तंह आने के कारण वो जान दे रहे हैं. उनकी खुदकुशी के बाद कर्ज, ब्लैकमेलिंग और दूसरी पत्नी से विवादों की बातें सामने आईं. इसके बाद पुलिस को इस मामले में जून के महीने में 10 पेज का बेनामी पत्र मिला. इस पत्र में दूसरी पत्नी के बुरे बर्ताव के कारण भय्यूजी महाराज के तनाव में रहने का जिक्र किया गया था. इस मामले में घटना के छह महीने बाद भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है. कुछ महीनों से भय्यूजी के सेवादार विनायक समेत कई सेवादार लापता हैं. उनके भक्तों ने पुलिस को ज्ञापन सौंपकर सीबीआई जांच की मांग की है. इसके लिए उन्होंने राज्यपाल और राष्ट्रपति को भी पत्र लिखा. भय्यूजी महाराज के 24 ट्रस्ट को चलाने को लेकर भी एक विवाद चल रहा है.
कौन थे भय्यूजी महाराज?
भय्यूजी महाराज देश के जानेमाने आध्यात्मिक गुरु थे. उनका वास्तविक नाम उदय सिंह देशमुख था. वो मध्य प्रदेश के शुजालपुर कस्बे के जमींदार परिवार से ताल्लुक रखते थे. पहली पत्नी माधवी का नवंबर 2015 में हार्ट अटैक से निधन हो गया था. पहली पत्नी से उनकी एक बेटी है जो अब 19 साल की है. 2017 में उन्होंने 49 साल की उम्र में डॉ आयुषी शर्मा के साथ दूसरी शादी की. दूसरी पत्नी से भी उन्हें एक बेटी है. देशभर में उनके 20 लाख से ज्यादा अनुयायी हैं. महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान में उनका ज्यादा प्रभाव था. उन्होंने अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी को जूस पिलाकर सद्भावना उपवास तुड़वाया था. दिल्ली में उन्होंने अन्ना हजारे का अनशन खत्म करवाया था. पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल भी भय्यू जी महाराज की भक्त रहीं.