नई दिल्लीः कर्नाटक सरकार ने हिजाब के मामले में लिया बड़ा फैसला। कर्नाटक सरकार ने प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान छात्राओं को दे दी हिजाब पहनने की इजाजत। सरकार के इस बड़े फैसले के बाद अब छात्राएं हिजाब पहनकर परीक्षा दे सकती हैं । हिजाब के इस मामले को लेकर कर्नाटक ने एक समीक्षा बैठक की […]
नई दिल्लीः कर्नाटक सरकार ने हिजाब के मामले में लिया बड़ा फैसला। कर्नाटक सरकार ने प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान छात्राओं को दे दी हिजाब पहनने की इजाजत। सरकार के इस बड़े फैसले के बाद अब छात्राएं हिजाब पहनकर परीक्षा दे सकती हैं । हिजाब के इस मामले को लेकर कर्नाटक ने एक समीक्षा बैठक की थी, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और राज्य के शिक्षा मंत्री एमसी सुधाकर के बीच इस बैठक में सभी बातों को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया गया कि परीक्षा के दौरान छात्राओं को हिजाब पहनने की अनुमति दी जाए।
हिजाब के इस मामले में शिक्षा मंत्री एमसी सुधाकर का कहना है कि कई लोग हिजाब को लेकर विवाद पैदा कर रहे हैं। बता दें कि कई लोग परीक्षा में हिजाब पहनकर आने पर आपत्ति जताकर भ्रम पैदा करना चाहते हैं। इसी बात पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी लोगों की स्वतंत्रता को ध्यान में रखकर ही सरकार ने ये फैसला लिया है। शिक्षा मंत्री एमसी सुधाकर कहा कि नीट की परीक्षा में भी हिजाब पहनकर पेपर देने की अनुमति है। कोई भी शख्स अपनी मर्जी के मुताबिक कपड़े पहनकर परीक्षा दे सकता है।
2022 में हिजाब पर मचा था बवाल
बता दें कि हिजाब के मसले को लेकर कर्नाटक में काफी बवाल मचा था। 2022 में उडुपी जिले के पीयू सरकारी कॉलेज में प्रशासन ने हिजाब पहनकर आने वाली छात्राओं पर एकदम रोक लगा दी थी। साथ ही हिजाब वाली छात्राओं को अंदर दाखिल होने की इजाजत भी नहीं थी। इस बात को लेकर काफी बवाल हुआ था। इस फैसले के खिलाफ छात्राओं ने कॉलेज के बाहर काफी लगातार विरोध प्रदर्शन किया था।
सड़कों पर किया गया था विरोध प्रदर्शन
उडुपी के काफी कॉलेजों में छात्र भगवा रंग का स्कार्फ गले में लपेटकर जाने लगे थे। धीरे-धीरे मामला कर्नाटक के दूसरे हिस्सों में भी फैलता चला गया । इसी के चलते लोग सड़क पर उतर आए थे और फिर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं इस मामले को लेकर कर्नाटक की राजनीति भी काफी गरमा गई थी।