पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान टीएमसी और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने ‘खेला होबे’ का नारा दिया था, जो उस समय राजनीतिक गलियारों में खूब गूंजा था. लेकिन अब जंगल महल इलाके में माओवादियों ने भी’खेला होबे’ की धमकी देना शुरू कर दिया है। हाल के दिनों में जंगल महल के विभिन्न […]
पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान टीएमसी और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने ‘खेला होबे’ का नारा दिया था, जो उस समय राजनीतिक गलियारों में खूब गूंजा था. लेकिन अब जंगल महल इलाके में माओवादियों ने भी’खेला होबे’ की धमकी देना शुरू कर दिया है। हाल के दिनों में जंगल महल के विभिन्न इलाकों में माओवादियों के पोस्टर मिले हैं जिससे पूरे इलाके में चेकिंग और सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके बावजूद सोमवार की सुबह झारग्राम जिले के बीनपुर थाना क्षेत्र के नारायणपुर बिरसा चौराहे पर माओवादियों के नाम का एक पोस्टर मिला। पोस्टर में लिखा है कि- ‘2010 से 2022 तक हम टीएमसी के नेताओं के साथ खेलेंगे’, पुलिस को भी चेतावनी दी गई है. यह पोस्टर सफेद कागज पर लाल स्याही से लिखा हुआ है।
यही नहीं झारग्राम जिले की झाड़ग्राम प्रखंड के राधा नगर क्षेत्र में भी आज सुबह स्थानीय लोगों के नाम के साथ कई पोस्टर दिखे हैं। उन पोस्टरों में टीएमसी नेताओं को धमकी दी गई है. इसका नतीजा यह हुआ कि पूरे जंगल महल इलाके में माओवादियों की दहशत फिर बढ़ गई है।
दरअसल, झारखंड प्रखंड के मानिकपाड़ा रामकृष्ण बाजार में शनिवार को माओवादी नाम का एक पोस्टर बरामद हुआ था. उस दिन दोपहर में झारग्राम के चंद्री इलाके में एक राशन डीलर के कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बता दें कि 38 साल की सुदीप की संदिग्ध माओवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। बाद में पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार भी किया था. रविवार को झारग्राम प्रखंड के लोधासूली क्षेत्र में नेशनल रोड नंबर 6 के किनारे क्षेत्र के निवासियों ने कई श्वेत पत्र देखे, जिसमें टीएमसी नेताओ को धमकी दी गई थी.