नई दिल्ली: जन्माष्टमी का पर्व हिंदू धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण और पवित्र माना जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का उत्सव मनाया जाता है और भक्तों के बीच एक विशेष उमंग होती है। यदि आप इस जन्माष्टमी पर अपने घर में लड्डू गोपाल को लाना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ खास […]
नई दिल्ली: जन्माष्टमी का पर्व हिंदू धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण और पवित्र माना जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का उत्सव मनाया जाता है और भक्तों के बीच एक विशेष उमंग होती है। यदि आप इस जन्माष्टमी पर अपने घर में लड्डू गोपाल को लाना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ खास नियम और विधियां होती हैं, जिनका पालन करना आवश्यक है।
1. शुद्धि और स्वच्छता का ध्यान रखें: जब आप लड्डू गोपाल को अपने घर में स्थापित करने की सोच रहे हैं, तो सबसे पहले घर की शुद्धि और स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। पूजा का स्थान स्वच्छ होना चाहिए और वहां किसी भी प्रकार की अशुद्धि नहीं होनी चाहिए।
2. वास्तु का ध्यान रखें: लड्डू गोपाल की मूर्ति को हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करना शुभ माना जाता है। इस दिशा को ईशान कोण कहा जाता है, जो कि सकारात्मक ऊर्जा से भरी होती है।
3. सही दिन और समय: लड्डू गोपाल की स्थापना के लिए जन्माष्टमी का दिन सबसे शुभ होता है। अगर इस दिन आप मूर्ति लाने में असमर्थ हैं, तो शुभ मुहूर्त देखकर किसी अन्य दिन भी ला सकते हैं। स्थापना के समय ध्यान रखें कि पूजा का समय शुभ मुहूर्त में ही हो।
1. स्नान और वस्त्र पहनाना: लड्डू गोपाल को घर में लाने के बाद सबसे पहले उन्हें गंगाजल या शुद्ध जल से स्नान कराएं। इसके बाद उन्हें नए वस्त्र पहनाएं। शुद्ध वस्त्रों में सज्जित करने के बाद उन्हें एक साफ कपड़े पर रखें।
2. सजावट और श्रृंगार: लड्डू गोपाल का श्रृंगार करने के लिए विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्हें सुंदर वस्त्र, माला, मुकुट और आभूषण पहनाएं। उनका श्रृंगार जितना सुंदर और भव्य होगा, उतना ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।
3. भोग लगाना: लड्डू गोपाल को रोजाना भोग लगाना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्हें ताजे फल, मिष्ठान्न, और विशेष रूप से मक्खन का भोग लगाएं। मक्खन भगवान श्रीकृष्ण को अत्यंत प्रिय था, इसलिए इसे भोग में जरूर शामिल करें।
4. आरती और भजन: लड्डू गोपाल की नियमित आरती और भजन करना अनिवार्य है। सुबह और शाम को उनकी आरती करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। भजन और कीर्तन से वातावरण पवित्र और ऊर्जा से भरपूर हो जाता है।
5. विशेष पूजा: जन्माष्टमी के दिन विशेष रूप से लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है। इस दिन रात को 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्म माना जाता है, इसलिए इस समय विशेष पूजा, आरती और भजन किए जाते हैं।
– लड्डू गोपाल की मूर्ति को नियमित रूप से स्नान कराना चाहिए। खासकर गर्मियों में उन्हें ताजे जल से स्नान कराना और सर्दियों में गुनगुने जल का उपयोग करना चाहिए।
– लड्डू गोपाल को हमेशा स्वच्छ और शुद्ध वस्त्र पहनाएं। पुराने और गंदे वस्त्रों का उपयोग न करें।
-भगवान को भोग लगाने के बाद उसी भोग को प्रसाद के रूप में सभी परिवार के सदस्यों के बीच बांटें।
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