बांग्लादेश में स्थिति गंभीर हो चुकी है। प्रदर्शनकारी ढाका स्थित प्रधानमंत्री आवास में घुस गए हैं, जिससे प्रधानमंत्री शेख हसीना
Bangladesh Government Crisis: बांग्लादेश में स्थिति गंभीर हो चुकी है। प्रदर्शनकारी ढाका स्थित प्रधानमंत्री आवास में घुस गए हैं, जिससे प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा है। वह सेना के विशेष हेलिकॉप्टर से भारत रवाना हो गई हैं। यह घटना याद दिलाती है कि अफगानिस्तान से लेकर अन्य देशों में भी तख्तापलट हो चुके हैं। जानते हैं, किन-किन देशों में तख्तापलट जैसी घटनाएं हो चुकी हैं और उनके परिणाम क्या रहे।
बांग्लादेश में हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। प्रदर्शनकारी ढाका स्थित प्रधानमंत्री आवास में घुस गए हैं। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा देकर सेना के विशेष हेलिकॉप्टर से भारत की ओर रुख कर लिया है।
2021 में अफगानिस्तान में तालिबान के नियंत्रण के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर संयुक्त अरब अमीरात चले गए थे। यूएई ने मानवीय आधार पर उनका स्वागत किया।
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भ्रष्टाचार के मामलों में दोषी पाए जाने के बाद देश छोड़ दिया था। 1999 में तख्तापलट के बाद उन्होंने नवाज शरीफ सरकार को गिराकर खुद को राष्ट्रपति घोषित किया था।
पूर्वी जर्मनी के कम्युनिस्ट नेता एरिक होनेकर शीत युद्ध के दौरान कई अपराधों के आरोप से बचने के लिए मास्को भाग गए थे। सोवियत संघ के विघटन के बाद उन्हें वापस जर्मनी लाया गया और गिरफ्तार कर लिया गया।
रोमानिया के तानाशाह निकोले सेउसेस्कु की सरकार को सबसे दमनकारी माना जाता था। 1989 में जनता के विरोध के चलते वह अपनी पत्नी के साथ देश छोड़कर भागने की कोशिश में गिरफ्तार कर लिए गए थे।
फर्डिनेंड मार्कोस ने 1966 से 1986 तक फिलीपींस पर शासन किया। तानाशाही, भ्रष्टाचार और मानवाधिकार हनन के आरोपों के बाद 1986 में उन्हें और उनके परिवार को अमेरिकी वायु सेना के विमान से गुआम और हवाई भेजा गया।
इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि तख्तापलट के दौरान सत्ता में बैठे नेताओं को अक्सर देश छोड़ना पड़ता है। बांग्लादेश की स्थिति अभी गंभीर बनी हुई है, और यह देखना बाकी है कि आगे क्या होगा।
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