नई दिल्ली/बेंगलुरू। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कल जारी हुए कांग्रेस के मेनिफेस्टो पर बवाल खड़ा हो गया है। दरअसल, कांग्रेस पार्टी ने वादा किया है कि अगर वो सत्ता में आती है तो बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगा देगी। कांग्रेस के इस चुनावी वादे पर बजरंग दल भड़क गया है। […]
नई दिल्ली/बेंगलुरू। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कल जारी हुए कांग्रेस के मेनिफेस्टो पर बवाल खड़ा हो गया है। दरअसल, कांग्रेस पार्टी ने वादा किया है कि अगर वो सत्ता में आती है तो बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगा देगी। कांग्रेस के इस चुनावी वादे पर बजरंग दल भड़क गया है। बजरंग दल आज दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करेगा। बता दें कि बजरंग दल को राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की युवा शाखा कहा जाता है।
विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने कहा कि है कि बजरंग दल एक ऐसा संगठन है, जो हमेशा राष्ट्रवाद की लौ जलाकर रखता है, लाखों महिलाओं की लाज बचाता है। उन्होंने कहा कि बजरंग दल गौ माता को वध से बचाता है और देश में लाखों लोगों की जान बचाने के लिए रक्तदान करता है। विहिप प्रवक्ता ने आगे कहा कि बजरंग दल देश का गौरव है और कांग्रेस पार्टी इसकी तुलना प्रतिबंधित आतंकी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से कर रही है।
इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बेंगलुरू स्थित पार्टी कार्यालय से कांग्रेस का मेनिफेस्टो जारी किया। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कई लोकलुभावन वादे किए हैं, जिसमें फ्री बिजली और महिलाओं के लिए फ्री बस सेवा शामिल है। इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में बड़ा ऐलान भी किया है। पार्टी ने कहा है कि अगर राज्य में उसकी सरकार बनती है तो बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठन जो कानून और संविधान के उल्लंघन करते हैं, उनके ऊपर बैन लगाया जाएगा।
कर्नाटक चुनाव: घोषणा पत्र में कांग्रेस का बड़ा ऐलान- बजरंग दल, PFI जैसे संगठन करेंगे बैन