नई दिल्ली: बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों खूब चर्चा में हैं। इन्हें अनुयायी कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज या बागेश्वर धाम सरकार कहते हैं। दरअसल, इन पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगा है। आपको बता दें, ये केस नागपुर की अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने दर्ज करवाया है। खुद को हनुमान का […]
नई दिल्ली: बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों खूब चर्चा में हैं। इन्हें अनुयायी कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज या बागेश्वर धाम सरकार कहते हैं। दरअसल, इन पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगा है। आपको बता दें, ये केस नागपुर की अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने दर्ज करवाया है। खुद को हनुमान का भक्त बताने वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने विवादित बयानों के कारण चर्चा में बने हुए हैं। आज हम आपको बताएंगे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की फेवरेट कारों के बारे में।
26 वर्षीय बागेश्वर धाम महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री गाड़ियों में बेहद शौंकीन है। बाबा टोयोटा की पावरफुल एसयूवी फॉर्च्यूनर से चलते हैं। उनके काफिले की यह एसयूवी शान है और इसमें खुद धीरेंद्र शास्त्री आते-जाते हैं। बाबा के काफिले में उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनकी काफी सारी गाड़ियां तैनात रहती हैं। क्योंकि बाबा के प्रोग्राम में काफी भीड़ होती है, ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर काफी सतर्क रहा जाता था।
इसके साथ ही धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पास टोयोटा की लग्जरी एमपीवी इनोवा क्रिस्टा कार भी है। अक्सर वह इनोवा क्रिस्टा से सफर करते हैं। हाल ही में टोयोटा किर्लोस्कर मोटर इंडिया ने नेक्स्ट जेनरेशन इनोवा, यानी इनोवा हाइक्रॉस ने लांच की। जो कि बेहतर लुक और फीचर्स के साथ उपलब्ध है।
बागेश्वर धाम महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पास एक और कार है। जी हाँ शास्त्री के पास टाटा मोटर्स की सबसे खास एसयूवी मानी जाने वाली टाटा सफारी भी है, जिसका इस्तेमाल वह आसपास जाने के लिए किया करते हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार जादू टोना विरोध समिति के संस्थापक उर्फ़ श्याम मानव ने बाबा पर आरोप लगाते हुए कहा – हमारा संविधान राम कथा या धर्म प्रचार करने का आदेश देता है। लेकिन धीरेंद्र कृष्ण ने नागपुर में 7 और 8 जनवरी को आयोजित भव्य दरबार में चमत्कारी का दावा किया है, जो कि कानून का उल्लंघन है। धीरेंद्र शास्त्री पर आरोप है कि वो रामकथा के नाम पर भूत-प्रेत का दरबार चलाते हैं।
वे जादू टोना के नाम पर अंधविश्वास को बढ़ावा दे रहे है। श्याम मानव ने बागेश्वर सरकार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने धमकी दी है कि अगर पुलिस कार्रवाई नहीं करेगी तो आंदोलन किया जाएगा। खबरे आ रही हैं कि बाबा का 5 से 11 जनवरी तक यानी 7 दिन का कार्यक्रम नागपुर में तय था, लेकिन स्थानीय स्तर पर 5 से 13 जनवरी तक का प्रचार दिया गया था। जिसके बाद खबरे आई कि बाबा चुनौती से डरकर दो दिन पहले ही भाग गए।
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