भोपाल: बागेश्वर धाम सरकार वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 13 मई को बिहार के पटना पहुंचे थे। वह 17 मई तक नौबतपुर में रहेंगे, जहां हनुमंत कथा होगी। बिहार में भी उनके चाहने वाले उन्हें देखने के लिए घंटों इंतजार करते हैं। मंगलवार को धीरेंद्र शास्त्री महावीर मंदिर आए और भगवान हनुमान की पूजा अर्चना की। […]
भोपाल: बागेश्वर धाम सरकार वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 13 मई को बिहार के पटना पहुंचे थे। वह 17 मई तक नौबतपुर में रहेंगे, जहां हनुमंत कथा होगी। बिहार में भी उनके चाहने वाले उन्हें देखने के लिए घंटों इंतजार करते हैं। मंगलवार को धीरेंद्र शास्त्री महावीर मंदिर आए और भगवान हनुमान की पूजा अर्चना की। लेकिन आपने भी इस पर गौर किया होगा कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ज्यादातर बाबाओं के जैसे सामान्य कपड़ों में नहीं दिखते।
आपको बता दें, बागेश्वर बाबा के दरबार में उनका लुक काफी एलिगेंट रहता है। वह आकर्षक कपड़े पहने दिखाई देते हैं। उसका दरबार बहुत भव्य होता है। बड़े-बड़े पंडाल उनके दरबारों में बसते हैं। मीडिया का जमावड़ा रहताहै और इसमें उनका अंदाज भी देखने लायक होता है, उनके साथ कई विवाद भी जुड़े हैं।इससे उनके भक्तों पर कोई असर नहीं पड़ता। हालांकि उनसे पहले देश में कई संतों के बड़े-बड़े दरबार लगे जिनमें राम रहीम और आसाराम मुख्य हैं।
आपको बता दें, पंडित धीरेंद्र शास्त्री का बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। धीरेंद्र शास्त्री के पास दैवीय शक्तियां होने का दावा है, जिसके जरिए उन्हें लोगों की समस्याओं के बारे में पता चल जाता है। बाबा की कथा के दौरान बेहतरीन इंतजाम किए जाते हैं। उनके रॉयल रूप, पहनावे और पगड़ी की काफी चर्चा है। वह अपने भक्तों के सामने स्टाइलिश और नवाबी पोशाक में प्रकट होते हैं। बाबा के कपड़े कभी-कभी राजा-महाराजाओं जैसे होते हैं। इस तरह का लिबास उनके लुक को काफी आकर्षक बनाते हैं।
मालूम हो कि बागेश्वर वाले बाबा एक खास तरह की पगड़ी पहनते हैं। उनके सिर पर यह पगड़ी हर बार नज़र आती है। कहा जाता है कि मराठा राजा-महाराज इस पगड़ी को पहनते थे। वह जहां रहते हैं उस जगह का नाम बागेश्वर धाम है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, वो खुद को इस धाम का महाराज बताते हैं। इसका अर्थ है कि एक ओर तो वह यहां का राजा है। इसलिए वह पगड़ी पहनते हैं। पहले के जमाने में राजाओं के सिर पर पगड़ी होती थी। शायद इसी वजह से वह पगड़ी पहनते हैं। यहां तक कि उनके वस्त्र भी राजा-महाराजाओं के समान चमकीले और शानदार होते हैं। भक्त बाबा के इस रूप की काफी सराहना करते है।