बिहार के मुंगेर जिले में एक 3 साल की बच्ची सना 44 फीट गहरे बोरवेल में जा गिरी. कुल 30 घंटों की जद्दजहद के बाद बच्ची को बाहर निकाला गया. बच्ची का पांव बोरवेल में बुरी तरह फंस गया था जिससे उसे बाहर निकालने में और भी देरी हो रही थी. अभी उसे अस्पताल ले जाया गया है.
पटना. बिहार के मुंगेर में 30 घंटों तक बोरवेल में फंसे रहने के बाद तीन साल की एक बच्ची को आखिरकार बाहर निकाल लिया गया है. 44 फीट गहरे बोरवेल में बच्ची को बचाने के लिए लंबे समय तक चले अभियान में राहत एवं बचाव दल ने पहले आकर बच्चों को पानी पिलाया. सना नाम की इस बच्ची को बोरवेल से निकालने के लिए प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ ने युद्ध स्तर पर बचाव अभियान चलाया. काफी जद्दोजहद के बाद बच्ची को बाहर निकाले जाने के बाद उसे मुंगेर के सदर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है जहां उसका इलाज चल रहा है. दरअसल बुधवार को सना खेलते हुए अचानक बोरवेल में जा गिरी. इसके बाद देर रात राहत एवं बचाव दल की काफी मशक्कत के बाद सना तक पहुंचा और उसको पानी पिलाया गया. बच्ची का पांव बुरी तरह से बोरवेल में फंस गया था जिससे उससे निकालने में लंबा समय लग गया. इसके अलावा तेज बारिश के कारण भी बचाव कार्य में काफी मुश्किल हुई.
बचाव कार्य़ के बीच ही एंबुलेंस बुला ली गई और प्रशासन को अलर्ट कर दिया. इस दौरान आसपास के क्षेत्र की बिजली काट दी गई. बच्ची को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाने के लिए पुलिस ने सड़क खाली करवा ली. सभी वाहनों को एक दिशा में चलने का निर्देश दे दिया गया है. बारिश के कारण गीली मिट्टी से गड्ढा खोदने में दिक्कत आ रही थी जिससे सना को बाहर निकालने में देरी हो रही थी. पूरे मामले में मुंगेर एसपी खुद नजर बनाए रहे और बच्ची के बाहर निकलने तक वहीं रहे.
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