Baba ramdev: नकली दवा को लेकर बाबा रामदेव का बड़ा बयान, बनाने वाले को मिले आजीवन कारावास और मृत्यु की सजा

नई दिल्लीः योग गुरु बाबा रामदेव ने नकली खाद्य पदार्थ और दवाईयां को लेकर बड़ा बयान दिया है। बाबा रामदेव ने कहा कि मिलावट और नकली दवाइयां बनाने वालों को आजीवन कारावास और मृत्यु की सजा मिलनी चाहिए। इसके लिए केंद्र सरकार कठोर कानून बना सकती है। कई देशों में मिलावट खोरी और नकली दवाइयां […]

Advertisement
Baba ramdev: नकली दवा को लेकर बाबा रामदेव का बड़ा बयान, बनाने वाले को मिले आजीवन कारावास और मृत्यु की सजा

Sachin Kumar

  • November 23, 2023 12:51 pm Asia/KolkataIST, Updated 12 months ago

नई दिल्लीः योग गुरु बाबा रामदेव ने नकली खाद्य पदार्थ और दवाईयां को लेकर बड़ा बयान दिया है। बाबा रामदेव ने कहा कि मिलावट और नकली दवाइयां बनाने वालों को आजीवन कारावास और मृत्यु की सजा मिलनी चाहिए। इसके लिए केंद्र सरकार कठोर कानून बना सकती है। कई देशों में मिलावट खोरी और नकली दवाइयां रोकने के लिए कठोर सजा का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट और नकली दवाइयां बनाना बहुत बड़ा अपराध है। नकली दवाइयों और मिलावट रोकने के लिए कठोर कानून बनाने की आवश्यकता है। जो लोग ऐसा करते हैं, उन्हें आजीवन जेल और मृत्युदंड की सजा होनी चाहिए। कई राष्ट्रों में इस तरह का प्रावधान है।

मीडिया से बातचीत के दौरान कही ये बातें

हरिद्वार स्थित पतंजलि रिसर्च सेंटर में पत्रकारों से बातचीत में बाबा रामदेव ने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट और नकली दवाइयां बनाना बड़ा अपराध है। नकली दवाइयों और मिलावट रोकने के लिए कठोर कानून बनाने की आवश्यकता है। जो लोग ऐसा करते हैं, उन्हें आजीवन जेल और मृत्युदंड की सजा होनी चाहिए। कई देशों में इस तरह का कानून है। केंद्र सरकार भी कठोर कानून बना सकती है। देश में जाति जनगणना के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति में जातिवाद एक बड़ा मुद्दा बन रहा है। जब सर्वे की बात उठी तो एक दिन जाति की जनगणना भी होगी। लेकिन सभी जातियों में जो लोग आर्थिक रूप से कमजोर या पिछड़ेपन में जी रहे हैं, उन्हें आरक्षण का लाभ देकर आगे बढ़ने का मौका मिलना चाहिए।

सोशल मीडिया बच्चों के लिए खतरनाक    

बाबा रामदेव ने कहा कि मोबाइल पर गेम और वीडियो से बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य संबंधित रोग बढ़ रही हैं। सोशल मीडिया पर जिस तरह से अश्लील वीडियो और अपशब्द भाषा का प्रयोग किया जाता है वो सबसे खतरनाक है। सोशल मीडिया पर इस तरह की कंटेंट नहीं होने चाहिए। इसके लिए भारत अपना कानून बना सकता है। अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर अभिव्यक्ति की बर्बाद हो रही है। इस पर रोक लगाना की बेहद जरूरी है। इसके अलावा जातीय व मजहब के नाम पर हिंसा को उकसाना मैसेज या वीडियो ज्यादा विनाशकारी हैं। इसके लिए नियम बनाना चाहिए।

Advertisement