Ayodhya Verdict Response Reactions LIVE: सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए विवादित जमीन रामलला पक्ष को दी है. साथ ही सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ वैकल्पिक जमीन दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी समेत कई बड़े नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान किया है तो एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी और मुस्लिम पक्ष के वकील जफरयाब गिलानी कोर्ट के फैसले से असंतुष्टि जताई है.
नई दिल्ली. दशकों के इंतजार के बाद आज यानी 9 नवंबर 2019 को देश की सर्वोच्च अदालत अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवादित जमीन के मामले में सुप्रीम फैसला सुना दिया है. विवादित 2.77 एकड़ जमीन पर राम मंदिर का निर्माण होगा. कोर्ट ने मंदिर बनाने के लिए सरकार को 3 महीने में ट्रस्ट बनाने का आदेश दिया है. वहीं कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को विवादित जमीन से अलग 5 एकड़ जमीन दी है. निर्मोही अखाड़ा और शिया वक्फ बोर्ड के दावे को चीफ जस्टिस ने खारिज कर दिया है.
सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों की पीठ ने यह ऐतिहासि फैसला सुनाया जिसमें चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस चंद्रचूड़, जस्टिस बोबडे, जस्टिस अब्दुल नजीर और जस्टिस भूषण शामिल हैं. इससे पहले सितंबर 2010 में हाई कोर्ट ने इस विवाद पर फैसला सुनाते हुए जमीन को तीनों पक्षों के हिस्से में बांट दिया था लेकिन कोई भी पक्षकार निर्णय से संतुष्ट नहीं थे जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में यह मामला पहुंचा था.
मध्ययस्ता का रास्ता विफल हो जाने के बाद चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पिछले कुछ समय से इस मामले की लगातार सुनवाई कर रहे थे. वे 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं, इसी वजह से जल्द फैसला सुनाने की पूरी तैयारी में थे. अयोध्या मामले में फैसले को लेकर पूरे देशभर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
जम्मू कश्मीर और उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है. काफी जगह सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ समेत देश के सभी बड़े नेताओं ने फैसले को लेकर लोगों से शांति और सौहार्द बनाने की अपील की है.
Ayodhya Verdict Response Reactions LIVE:
दोपहर 02.55 बजे- कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मुद्दे पर अपना फैसला सुना दिया है. कोर्ट के इस फैसले का सम्मान करते हुए हम सब को आपसी सद्भाव बनाए रखना है. ये वक्त हम सभी भारतीयों के बीच बन्धुत्व,विश्वास और प्रेम का है.
सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मुद्दे पर अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट के इस फैसले का सम्मान करते हुए हम सब को आपसी सद्भाव बनाए रखना है। ये वक्त हम सभी भारतीयों के बीच बन्धुत्व,विश्वास और प्रेम का है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 9, 2019
दोपहर 2. 45 बजे– अयोध्या फैसले पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ चुका है. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भगवान श्री राम के मंदिर के निर्माण की पक्षधर है. इस फैसले से भारतीय जनता पार्टी और अन्य लोगों के सत्ता के भोग के लिए देश की आस्था के साथ राजनीति करने के द्वार भी हमेशा के लिए बंद हो गए हैं.
सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ चुका है।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भगवान श्री राम के मंदिर के निर्माण की पक्षधर है।
इस फैसले से भारतीय जनता पार्टी और अन्य लोगों के सत्ता के भोग के लिए देश की आस्था के साथ राजनीति करने के द्वार भी हमेशा के लिए बंद हो गए हैं।#AYODHYAVERDICT pic.twitter.com/mZB9nPW4dI
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) November 9, 2019
दोपहर 2. 30 बजे– अयोध्या फैसले को लेकर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वे कोर्ट के फैसले से संतुष्ट नहीं हैं. ओवैसी मे कहा कि सुप्रीम कोर्ट वास्तव में सर्वोच्च है लेकिन अचूक नहीं है. हमें संविधान पर पूरा भरोसा है, हम अपने हक के लिए लड़ रहे थे. साथ ही ओवैसी ने आगे कहा कि हमें दान के रूप में 5 एकड़ जमीन की जरूरत नहीं है.
Asaduddin Owaisi: Not satisfied with the verdict. Supreme Court is indeed supreme but not infallible. We have full faith in the constitution, we were fighting for our right, we don't need 5 acre land as donation. We should reject this 5 acre land offer, don't patronize us. pic.twitter.com/wKXYx6Mo5Q
— ANI (@ANI) November 9, 2019
दोपहर 2. 15 बजे– बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि परमपूज्य बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के धर्मनिरपेक्ष संविधान के तहत मा सुप्रीम कोर्ट द्वारा रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद के सम्बंध में आज आम सहमति से दिए गए ऐतिहासिक फैसले का सभी को सम्मान करते हुए अब इसपर सौहार्दपूर्ण वातावरण में ही आगे का काम होना चाहिए ऐसी अपील व सलाह.
परमपूज्य बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के धर्मनिरपेक्ष संविधान के तहत मा सुप्रीम कोर्ट द्वारा रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद के सम्बंध में आज आम सहमति से दिए गए ऐतिहासिक फैसले का सभी को सम्मान करते हुए अब इसपर सौहार्दपूर्ण वातावरण में ही आगे का काम होना चाहिए ऐसी अपील व सलाह
— Mayawati (@Mayawati) November 9, 2019
दोपहर 2. 00 बजे– अयोध्या फैसले पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है. इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है. देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें.
देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2019
दोपहर 1. 30 बजे– कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि अयोध्या मुद्दे पर भारत की सर्वोच्च अदालत ने फैसला दिया है. सभी पक्षों, समुदायों और नागरिकों को इस फ़ैसले का सम्मान करते हुए हमारी सदियों से चली आ रही मेलजोल की संस्कृति को बनाए रखना चाहिए. हम सबको एक होकर आपसी सौहार्द और भाईचारे को मजबूत करना होगा.
अयोध्या मुद्दे पर भारत की सर्वोच्च अदालत ने फैसला दिया है। सभी पक्षों, समुदायों और नागरिकों को इस फ़ैसले का सम्मान करते हुए हमारी सदियों से चली आ रही मेलजोल की संस्कृति को बनाए रखना चाहिए। हम सबको एक होकर आपसी सौहार्द और भाईचारे को मजबूत करना होगा।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 9, 2019
दोपहर 1. 15 बजे– गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि पर सर्वसम्मति से आये सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का मैं स्वागत करता हूं. मैं सभी समुदायों और धर्म के लोगों से अपील करता हूं कि हम इस निर्णय को सहजता से स्वीकारते हुए शांति और सौहार्द से परिपूर्ण ”एक भारत-श्रेष्ठ भारत” के अपने संकल्प के प्रति कटिबद्ध रहें.
श्रीराम जन्मभूमि पर सर्वसम्मति से आये सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का मैं स्वागत करता हूँ।
मैं सभी समुदायों और धर्म के लोगों से अपील करता हूँ कि हम इस निर्णय को सहजता से स्वीकारते हुए शांति और सौहार्द से परिपूर्ण ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के अपने संकल्प के प्रति कटिबद्ध रहें।
— Amit Shah (@AmitShah) November 9, 2019
दोपहर 12. 30 बजे– सुन्नी वक्फ बोर्ड सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संतुष्ट नहीं है. मुस्लिम पक्ष के वकील जफरयाब गिलानी ने कहा कि शरियत के अनुसार, मस्जिद किसी और को नहीं दी जा सकती है. इसलिए पहले कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ा जाएगा जिसके बाद आगे की कोई रणनीति तैयार की जाएगी.
सुबह 11. 50 बजे– रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला ऐतिहासिक. कोर्ट का यह फैसला देश के समाजिक सदभाव को मजबूत करेगा. राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि फैसले के बाद वे सभी लोगों से अपील करते हैं कि शांति और सौहार्द बनाएं रखें.
The Judgment of Hon'ble Supreme Court on Ayodhya is historic. The Judgement will further strengthen India’s social fabric.
I urge everyone to take the verdict with equanimity and magnanimity. I also appeal to the people to maintain peace & harmony after this landmark verdict. pic.twitter.com/DWnVRPuXMG
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) November 9, 2019
सुबह 11. 30 बजे– मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं.
सुबह 11. 10 बजे– चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन दी जाएगी. विवादित जमीन रामलला पक्ष को दी जाती है. सीजेआई ने कहा कि केंद्र सरकार मंदिर बनवाने के लिए ट्रस्ट बनाएं.
सुबह 11. 07 बजे- चीफ जस्टिस इलाहाबाद हाई कोर्ट का फैसला तर्क संगत नहीं है, मुस्लिमों को मस्जिद के लिए वैकल्पिक जमीन दी जाएगी. विवादित जमीन का बंटवारा नहीं होगा.
सुबह 11. 04 बजे- चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि मस्जिद गिराना कानून के खिलाफ है. मस्जिद में शुक्रवार को नमाज पढ़ी जाती थी. संविधान किसी धर्म से भेदभाव नहीं करता.
सुबह 11. 02 बजे- सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि अंग्रेजों ने दोनों हिस्सों को रखने के लिए रेलिंग बनवाई थी. हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षों का दावा एक जैसा है.
सुबह 11.00 बजे– चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि साल 1949 में हिंदुओं ने जमीन का कब्जा लिया. साल 1857 तक सिर्फ राम चबूतरे का अधिकार था.
सुबह 10. 50 बजे– चीफ रंजन गोगोई ने कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड मुगल काल की संपत्ति को साबित नहीं कर पाया. साथ ही चीफ जस्टिस ने कहा कि राम लला पक्ष अयोध्या में राम जन्मस्थल का भी सबूत नहीं पेश कर पाया.
सुबह 10. 40 बजे– सुप्रीम कोर्ट ने निर्मोही अखाड़ा का दावा खारिज कर दिया है. साल 2010 में हाईकोर्ट ने फैसला करते हुए निर्मोही अखाड़ा को भी विवादित जमीन में हिस्सेदार बनाया था.
सुबह 10.30 बजे– सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो चुकी है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने फैसला सुनाना शुरू कर दिया है. सबसे पहले कोर्ट ने शिया वक्फ बोर्ड की उस याचिका को खारिज कर दिया है जिसमें विवादित जमीन पर उनका दावा था.
सुबह 10.00 बजे– योग गुरु बाब रामदेव ने देश के लोगों से शांति की अपील की है. बाबा रामदेव ने कहा कि आज पूरी दुनिया की निगाहें भारत पर टिकी हैं. बाबा रामदेव ने कहा कि चाहे सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आए, सभी लोग शांति से इसे मान लें.
सुबह 9. 30 बजे- सर्वोच्च न्यायालय द्वारा श्री रामजन्मस्थान मंदिर वाद के निर्णय के पश्चात आज दोपहर 1 बजे, सरसंघचालक श्री मोहन भागवत दिल्ली में केशवकुंज परिसर, झंडेवालान में मीडिया के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित करेंगे.
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा श्री रामजन्मस्थान मंदिर वाद के निर्णय के पश्चात आज दोपहर 1 बजे, सरसंघचालक श्री मोहन भागवत दिल्ली में केशवकुंज परिसर, झंडेवालान में मीडिया के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। pic.twitter.com/2zdboRAqrO
— RSS (@RSSorg) November 9, 2019
सुबह 9. 15 बजे- सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सभी प्रदेशवासियों से अपील है कि अफवाहों पर ध्यान न दें. प्रशासन सभी की सुरक्षा व प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है. कोई भी व्यक्ति यदि कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करेगा, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मेरी प्रदेशवासियों से अपील है कि अफवाहों पर ध्यान न दें।
प्रशासन सभी की सुरक्षा व प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है।
कोई भी व्यक्ति यदि कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करेगा, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी ।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 8, 2019
सुबह 9.00 बजे– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फैसले से पहले देश के लोगों से शांति और सौहार्द की अपील की है. पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा. देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे.
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा। देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2019